नई दिल्ली। पाक में बैठे मादक पदार्थों व हथियारों की तस्करी करने वाले अपराधी बड़े ही शातिर हंै। भारत में मादक पदार्थों को भेजने वाले ये तस्कर अपने कोड वर्ड में बात करते हैं। इसमें कोई दोराय नहीं कि पंजाब नशा कारोबार का प्रमुख केन्द्र है। हाल ही में पंजाब पुलिस द्वारा पकड़े गए अंतराष्टÑीय तस्कर पलविंदर सिंह उर्फ साबी को तीन दिन के रिमांड पर लेकर जब पूछताछ की गई तो कई तथ्य चौंकाने वाले निकलकर आए। मतलब जब पाक में बैठे नशा के सौदागरों से साबी की व्हाट्सएप पर कॉल कराई गई तो उधर से सिर्फ यही सवाल दागा गया कि तुम स्कूल में हो। ये शब्द सुनते ही पुलिस के भी कान खड़े हो गए। साबी से जब इस बारे में कड़ी पूछताछ की गई तो उसने उन सभी कोड वर्ड के बारे में पुलिस का बताया जो पाक में बैठे नशे के सौदागर बोलते हैं। स्कूल में हो का मतलब थाने में हो, लेख मत सुनाना मतलब सच मत उगलना, कॉलेज चले जाओ मतलब जेल चले जाओ। बीमार हो क्या का मतलब अफीम चाहिए क्या, वैद्य या डॉक्टर को बोलो मतलब हेरोइन के मुख्य सप्लायर से बात करो। अब समझ रहे हो कि स्कूल-कॉलेज की बात करने वालों ने हेरोइन की सप्लाई के लिए ये ही कोड वर्ड क्यों चुने। दरअसल ऐसे कोड वर्ड से लोगों को बातचीत के दौरान आभास ही नहीं होता है कि वे सच में बात कर रहे हैं या फिर कोई और बात। पाकिस्तान में बैठे नशा तस्करों के हेरोइन सप्लाई करने के कोड वर्ड को तस्करों से व्हाटसऐप पर बात करते हैं। पंजाब में हेरोइन पहुंचाने के लिए ये इन्हीं कोड वर्ड का प्रयोग करते हैं। यह सच सामने मंगलवार को वॉट्सऐप कॉल के जरिये पाकिस्तान से हेरोइन की खेप मंगवाकर राज्य भर में सप्लाई करने वाले अंतरराष्ट्रीय तस्कर पलविंदर सिंह उर्फ साबी से पूछताछ में आया। दरअसल, रविवार को अंतरराष्ट्रीय तस्कर पलविंदर सिंह उर्फ साबी निवासी नौशहरा ढाला को पुलिस ने एक किलो 358 ग्राम हेरोइन के साथ काबू किया था। उसका तीन दिन का पुलिस रिमांड लेकर पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में साबी ने बताया कि उसके एक वर्ष से पाक में बैठे तस्करों मोहम्मद राम निजाम, मीरजादा कालू, बशीर अहमद व नादर अली के साथ वॉट्सऐप कॉल पर बात होती रहती है। ये सभी तस्कर कोड वर्ड में बात करके सीमा पार से हेरोइन और असला की खेप भेजते हैं। मोहम्मद राम निजाम के साथ उसका (साबी का) अधिक संपर्क होता है। इसके माध्यम से हाल ही में हेरोइन की खेप मंगवाकर राज्य भर में सप्लाई की गई थी। यही नहीं पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान पाक तस्कर के साथ साबी के उसी मोबाइल से बात करवाई, जिससे वह हेरोइन की खेप मंगवाने के लिए वॉट्सऐप कॉल करता था। पाक तस्कर से पहली बार वॉट्सऐप कॉल के दौरान फोन डिसकनेक्ट हो गया। कुछ देर बाद दूसरी बार जब संपर्क हुआ तो साबी ने हेरोइन की और खेप मंगवाने के लिए कहा। इतना सुनते ही पाक तस्कर ने कहा कि तुम स्कूल में हो..। यह कहते ही पाकिस्तान तस्कर ने कॉल काट दी गई और साबी का मोबाइल नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। पाक तस्कर इतने शातिर हैं कि उन्हें पता चल गया था कि वह पुलिस की हिरासत में है, तभी उन्होंने इस कोड वर्ड का इस्तेमाल किया।
एसपी (इन्वेस्टिगेशन) मेहताब सिंह विर्क, डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल, सीआईए स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर शमिंदरजीत सिंह, थाना सराय अमानत खां प्रभारी दीपक कुमार की टीम ने साबी से अहम जानकारी जुटाई है। एसएसपी ध्रुमन एच च्नबाले कहते हैं कि जांच में सामने आया है कि साबी के साथ पाक तस्कर कोड वर्ड में बात करते हैं। यह साबित हो चुका है कि साबी की गिरफ्तारी के बारे में पाक को खबर हो चुकी है। पाक तस्करों के बीच काम करने वाले नेटवर्क को जल्द तोड़ा जाएगा। इसके लिए कई टीमें काम कर रही हैं।