गाजियाबाद। मुरादनगर स्थित आईटीएस- द एजुकेशन ग्रुप द्वारा संचालित आईटीएस कॉलेज आफ फार्मेसी मुरादनगर में बी- फार्म 20वां बैच (प्रथम वर्ष) के छात्रों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि, शिक्षकों व छात्रों के द्वारा राष्ट्रगान के द्वारा किया गया। स्वाति वर्मा ने कहा कि स्कूल से कॉलेज व प्रोफेशनल लाइफ में परिवर्तन में ओरियंटेशन कार्यक्रम छात्रों की मदद करता हैं। कार्यक्रम के आरम्भ में संस्थान के निदेशक डा. एस सदीश कुमार ने कहा कि फार्मासिस्ट, संसार को रोग मुक्त तथा आश्चर्यजनक स्थान बनाने में मदद करते हैं। असंख्य वायरस हमारे वातावरण में मौजूद हैं जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करते हंै। फार्मेसी क्षेत्र विभिन्न रोग के निदान के लिए नई दवाइयां बनाने में मदद करता है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. आरएस रै साइंटिफिक असिसटेंट, इंडियन फार्माकोपिया कमीशन, गाजियबाद ने छात्रों को बताया कि भारत संसार में सबसे अधिक दवाइयां एक्सपोर्ट करता है तथा 20 प्रतिशत से अधिक जेनेरिक दवाइयों को एक्सपोर्ट करता है। किसी भी रोग के उपचार के लिए दवाइयों की आवश्यकता है एवं दवाइयों को फार्मासिस्ट बनाते हंै। अत: फार्मेसी मानव के स्वस्थ जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। उन्होंने फार्मेसी क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा मशीन लर्निंग के उपयोग के बारे में बताया। इस कार्यक्रम के अवसर पर डॉ. नीलम सिंह ने छात्रों को ओरियंटेशन कार्यक्रम के महत्व के बारे में बताया तथा छात्रों को फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के बारे में बताया। इस अवसर पर आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डा. आरपी चड्ढा एवं वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने कहा कि इस का मुख्य उद्देश्य कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आयोजित गतिविधियों के माध्यम से स्नातक छात्रों और उनके माता-पिता, दोनों को परिसर में समायोजित करने में मदद करना है तथा उन्होंने नवागंतुक छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इस कार्यक्रम का संचालन मनस्वी सैनी व संयोजन डॉ. मनोज कुमार शर्मा, चैतन्य विनायक नारायण व गौरव चौधरी ने किया।