गाजियाबाद। कांवड़ लेकर लौट रहे भोले के भक्तों के लिए कांवड़ मार्ग पर राउंड द क्लॉक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से शिविर लगाए गए हैं और एंबुलेंस भी तैनात की गई हैं ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल पीड़ित को चिकित्सालय तक पहुंचाया जा सके। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डा. नीरज अग्रवाल ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर के निर्देश पर बुधवार से मेरठ तिराहे पर जिला प्रशासन के कांवड सेवा शिविर और साईं उपवन पर नगर निगम के कांवड़ सेवा शिविर पर टिटनेस और रेबीज के टीके भी उपलब्ध कराए गए हैं।
दरअसल हुआ यूं कि गत दिवस भोले के एक भक्त को वसुंधरा क्षेत्र में बंदर ने काट लिया था, उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से दोनों प्रशासनिक शिविरों पर तत्काल टिटनेस और एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) की व्यवस्था कराई गई। किसी तरह की चोट लगने पर 24 घंटे में टिटनेस का टीका दिया जाना जरूरी होता है, इसके अलावा कुत्ते, बिल्ली या बंदर द्वारा काटे जाने पर रेबीज का इंफेक्शन होने का खतरा रहता है और बचाव के लिए एआरवी दिया जाता है। दोनों ही टीके प्रशासनिक कांवड़ सेवा शिविरों पर उपलब्ध हैं।