लैब संचालकों के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने की बैठक
फूड डिलिवरी मैन को दवाई की किट देकर किया गया रवाना
गाजियाबाद। जिले में कोविड संक्रमण के प्रभावों से बचाव के लिए जिला प्रशासन की ओर से एक नई शुरूआत की गयी है। जिले के नोडल अधिकारी सैन्थिल पांडियन एवं सीडीओ अस्मिता लाल, उपजिला मजिस्ट्रेट खालिद अंजुम द्वारा जनपद में संचालित लैबोरेट्रीज के संचालकों के साथ एक बैठक की गयी। बैठक में लैबोरेट्रीज संचालकों को कोविड संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दवाइयों के नेटवर्क से जोड़ा गया है। नोडल अधिकारी के सुझाव पर यह निर्णय लिया गया कि जनपद की लैब में आने वाले लोगों द्वारा कोविड जांच का सैंपल दिए जाते समय अथवा होम सैम्पलिंग के समय मेडिकल किट का वितरण कराया जाएगा। यह मेडिकल किट कोविड संदिग्ध लोगों को नि:शुल्क दी जायेगी। सभी लैब संचालकों को निर्देशित किया गया कि वे सैम्पल देने वाले लोगों का विवरण भी रखेंगे जो प्रभारी अधिकारी को प्रतिदिन प्रेषित किया जायेगा। नोडल अधिकारी ने आह्वान किया कि शासन की यह मंशा है कि कोविड संक्रमण से प्रभावित लोगों को शुरूआती स्तर पर ही चिकित्सा का लाभ मिल जाए। इस कार्य में मेट्रो पोलिस हेल्थकेयर, पैथकाइंड लैब, डॉ. चोपड़ा पैथ क्लीनिक, कोर डाईग्नोस्टिक, नरेन्द्र मोहन हास्पिटल, वृन्दा डाईग्नोस्टिक, वरदान मल्टिस्पेश्यलेटी हास्पिटल, डॉ. लॉल पैथ लैब, आरडीसी द्वारा सहयोग प्रदान करने हेतु सहमति प्रदान कर दी गयी
है। नोडल अधिकारी सैन्थिल पांडियन द्वारा इसी क्रम में मैडिकल किटों के वितरण को सुलभ बनाए जाने के उद्देश्य से होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों को फूड डिलीवरी सस्थाओं जोमेटो, स्वीगी, जैन मलाई चाप के माध्यम से डोर-टू- डोर भोजन उपलब्ध कराते समय मेडिकल किटों के वितरण भी कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर प्रारम्भ कराया गया है। अब कोविड संक्रमण से प्रभावित होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों को इनके माध्यम से आवश्यक दवाइयों का वितरण निशुल्क कराया जाएगा।