नई दिल्ली। एमआरजी स्कूल रोहिणी के छात्र पर्यावरण को स्वच्छ करने के लिए लोधी रोड स्थित इंडियन हेबिटेट सेंटर में प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आयोजित सेमिनार में विषय पर विचार व्यक्त करने पहुंचे। एमआरजी स्कूल के छात्र अपनी शिक्षिका पूजा के साथ लोधी रोड पर इंडियन हैबिटेट सेंटर में ‘प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान’ पर एक विचारोत्तेजक सेमिनार में पहुंचे। इस आयोजन का उद्देश्य प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन की चुनौतियों के बारे में जागरूकता पैदा करना और स्वच्छ और हरित भविष्य के लिए नवीन दृष्टिकोणों का पता लगाना है। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथि एएस आईओसीएल के कार्यकारी निदेशक (पेट्रोकेमिकल्स) साहनी, श्री एसके रे, आईसीपीई के मानद सचिव, टीईआरआई में पर्यावरण और अपशिष्ट प्रबंधन के निदेशक डॉ. सुनील पांडे और आईओसीएल के निदेशक (पेट्रोकेमिकल्स और व्यवसाय विकास) सुजॉय चौधरी शामिल थे। उनकी उपस्थिति ने प्लास्टिक प्रदूषण का मुकाबला करने में अंतर्दृष्टि, अनुसंधान और सफलता की कहानियों को साझा करने के कारण उनकी अत्यधिक मूल्य जोडे। इस आयोजन ने छात्रों को पर्यावरण विशेषज्ञों और विचारकों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान किया। इंटरैक्टिव सत्र ने उन्हें समाज में प्लास्टिक के उपयोग के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानने की अनुमति दी और एक सहयोगी वातावरण को बढ़ावा दिया, जिससे उन्हें कार्रवाई करने के लिए और प्रेरणा मिली। सुश्री शिक्षिका पूजा ने कहा, “हमें अपने छात्रों के उत्साह और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति समर्पण पर गर्व है। इस संगोष्ठी में भाग लेने से उन्हें प्लास्टिक प्रदूषण के दबाव वाले मुद्दे को हल करने के लिए मूल्यवान ज्ञान और अंतर्दृष्टि से लैस किया गया है।” एमआरजी स्कूल पर्यावरण के प्रति जागरूक वैश्विक नागरिकों के पोषण के लिए समर्पित है। छात्रों को ‘प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान’ सेमिनार जैसे आयोजनों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करके, स्कूल का उद्देश्य सकारात्मक प्रभाव पैदा करना और एक स्थायी भविष्य में योगदान देना है।