गाजियाबाद। मोहननगर आईटीएस (स्नातक परिसर) स्थित एनएसएस यूनिट द्वारा सात दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। आईटीएस के चेयरमैन डॉ. आरपी चढडा ने कहा कि एनएसएस विपरीत परिस्थितियों में जीने की सीख देता है। आईटीएस के निदेशक (आईटी एवं स्नातक परिसर) डॉ. सुनील कुमार पाण्डेय ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाकर पर्यावरण संरक्षित करना प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण संरक्षण का मुख्य उद्देश्य भविष्य के लिए पर्यावरण या प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना है। वाईस प्रिंसिपल प्रो. नैंसी शर्मा ने कहा कि एनएसएस छात्र-छात्राओं के भीतर विपरीत परिस्थिति में जीवन जीने की कला सिखाता है। इसलिए शिविर में शामिल छात्र-छात्राओं को गंभीरता से बातें सुननी चाहिएं। इकाई के स्वयं सेवकों की ओर से स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया। जिसमें लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। इस मौके पर इकाई के स्वयंसेवकों ने कॉलिज परिसर और कॉलेज के बाहर स्वच्छता अभियान चलाते हुए पॉलिथीन और प्लास्टिक के साथ अन्य अपशिष्ट एकत्र किये। कॉलिज के मुख्य द्वार के बाहर से शुरू हुए अभियान के दौरान स्वयंसेवकों ने मोहन नगर, अर्थला एवं अर्थला मेट्रो स्टेशन के आस-पास स्वच्छता अभियान चलाते हुए वहाँ से कचरे को एकत्र कर उसका उचित स्थान पर निस्तारण किया। इकाई के स्वयंसेवकों ने कॉलिज के अन्य छात्रों से भी इस अभियान में भाग लेने की अपील की और राष्ट्र के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में इस अभियान को आगे बढ़ाने के अपील की। कार्यक्रम में संस्था के शिक्षक तथा कर्मचारीगण जिनमें प्रो. अमित शर्मा, विकास त्यागी, डॉ. संदीप गर्ग, प्रो. अनुभा श्रीवास्तव़, प्रो. नीरज जैन, प्रो. विकास कुमार और प्रो. आदिल खान, मौजूद रहे।