- वरिष्ठ पत्रकार रास बिहारी की पुस्तक पश्चिम बंगाल विधानसभा 2021- भय-आतंक का चुनाव का लोकार्पण
- रास बिहारी की बंगाल पर लिखित पुस्तकों की प्रधानमंत्री मोदी ने भी की प्रशंसा: कैलाश विजयवर्गीय
- पुस्तक में बंगाल की राजनीति के कई खुलासे: आलोक मेहता
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की खूनी राजनीति पर वरिष्ठ पत्रकार रास बिहारी की चौथी पुस्तक पाठकों के बीच आ गई है। वर्ल्ड बुक फेयर में आज यश पब्लिकेशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक का लोकार्पण भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के बीजेपी प्रभारी रहे कैलाश विजयवर्गीय, आईटीवी के संपादकीय निदेशक आलोक मेहता और पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने इसका लोकार्पण किया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल में मीडिया में भय-आतंक के माहौल के बावजूद वरिष्ठ पत्रकार रास बिहारी ने निर्भीकता के साथ पुस्तकें लिखी हैं। बंगाल के पत्रकार जो काम नहीं कर सकें, वह रास बिहारी ने दिल्ली से बंगाल जाकर किया है। पुस्तकों के माध्यम से बंगाल की सच्चाई जनता के सामने आई हैं। उन्होंने इस मौके पर बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी रास बिहारी की पुस्तकों की प्रशंसा की थी।
एडिटर्स गिल्ट आॅफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष आलोक मेहता ने कहा कि रास बिहारी ने बहुत परिश्रम से पुस्तक तैयार की है। उन्होंने कहा कि बंगाल के बारे में रास बिहारी ने पुस्तक में कई खुलासे किए हैं। पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने बताया कि बहुत विपरीत परिस्थितियों में बंगाल में काम करके रास बिहारी ने अपनी पुस्तकें लिखी हैं। बंगाल के अंदरूनी इलाकों में लोगों से जानकारी जुटाकर यह पुस्तक लिखी गई है। बंगाल की रक्तरंजित राजनीति पर पुस्तक लिखना वाकई बहुत साहस का काम है। पश्चिम बंगाल विधानसभा 2021 पर केंद्रित ‘भय आतंक का चुनाव’ शीर्षक से प्रकाशित इस पुस्तक में बंगाल की चुनावी हिंसा से संबंधित कई चौंकाने वाले आंकड़े पेश किए गए हैं। जैसे वर्ष 2021 के दौरान राजनीतिक हिंसा में 175 से ज्यादा लोग मारे गए। लेखक के मुताबिक चुनावी हिंसा में मरने वालों का यह अब तक का सबसे बड़ा बड़ा आंकड़ा है। वरिष्ठ पत्रकार एवम नेशनल यूनियन आॅफ जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष रास बिहारी की इससे पहले पश्चिम बंगाल पर उनकी तीन पुस्तकें 2021 में बंगाल की रक्तरंजित राजनीतिक इतिहास पर रक्तांचल- बंगाल की रक्तचरित्र राजनीति, रक्तरंजित बंगाल- लोकसभा चुनाव 2019 और बंगाल- वोटों का खूनी लूटतंत्र प्रकाशित हो चुकी हैं। लोकार्पण अवसर पर यश पब्लिकेशन के एमडी राहुल भारद्वाज व जतिन भारद्वाज समेत कई पुस्तक प्रेमी और पत्रकार मौजूद रहे।