- 311 ने उठाया शिविर का लाभ, 16 एक्स-रे हुए, 24 संभावित टीबी रोगियों का जांच को लिया गया बलगम
- शिविर के दौरान क्षय रोग और आयुष्मान भारत योजना के बारे में दी गई विस्तार से जानकारी
हापुड़। मेरिनो इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा प्रायोजित श्री प्रेमचंद लोहिया मैमोरियल ट्रस्ट और जिला क्षय रोग विभाग के तत्वावधान में बुधवार को आदर्श नगर में क्षय रोगियों के लिए निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। निक्षय दिवस के अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्र पर लगाए गए शिविर के दौरान न केवल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई बल्कि क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को जन आंदोलन बनाने के लिए शुरू की गई मुहिम के तहत क्षय रोग के बारे में लोगों को विस्तार से जानकारी दी गई। इसके अलावा जनपद में सभी स्वास्थ्य केंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर निक्षय दिवस का आयोजन किया गया। 311 लोगों ने शिविर का लाभ उठाया। टीबी से मिलते जुलते लक्षण पाए जाने पर 16 लोगों के एक्स-रे किए गए और 24 लोगों का स्पुटम जांच के लिए भेजा गया। श्री प्रेमचंद लोहिया मैमोरियल ट्रस्ट ने हर माह निक्षय दिवस के मौके पर अलग-अलग गांवों में टीबी जांच शिविर के आयोजन का निर्णय लिया है, ताकि टीबी के रोगियों की जल्दी पहचान और उपचार शुरू करने में क्षय रोग विभाग की मदद हो सके। जनवरी माह के दौरान ट्रस्ट की ओर से असौड़ा गांव में शिविर का आयोजन किया गया था। शिविर में जिला क्षय रोग विभाग से जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया – क्षय रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह पांच सौ रुपए का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जाता है। निक्षय पोषण योजना क्षय रोगियों को बेहतर पोषण प्रदान करने के लिए चलाई जा रही है। इस मौके पर आयुष्मान भारत योजना के जिला समन्वयक डा. मारूफ चौधरी ने आयुष्मान कार्ड के बारे में बताया। कार्यक्रम में मेरिनो इंडस्ट्रीज के महाप्रबंधक (ट्रस्ट संचालन) मानवेंद्र नाथ सान्याल ने कहा कि राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2025 तक देश को टीबी मुक्त करना है। भारत सरकार की ओर से निर्धारित यह लक्ष्य हासिल करना तभी संभव हो पाएगा जब लोगों को टीबी के लक्षणों के बारे में जानकारी हो तथा उसके निराकरण के लिए विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही दवाओं और पोषक आहार का नियमित रूप से सेवन किया जाए। श्री प्रेमचंद मैमोरियल ट्रस्ट के चिकित्सा अधिकारी डा. पीएस अग्रवाल और डा. डीके अग्रवाल ने शिविर में पहुंचे 311 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। टीबी की पहचान के लिए इनमें से 16 लोगों के एक्स-रे कराए गए और जांच के लिए 24 का स्पुटम (बलगम) लिया गया। शिविर में ट्रस्ट की ओर से यासीन अली, विनोद कुमार, अनिल कुमार और ईश्वर चंद ने सहयोग किया।
हापुड़ ब्लॉक पर पंचायत सचिवों को दिलाया गया संकल्प
जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया कि हापुड़ ब्लॉक कार्यालय में बीडीओ सतेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ब्लॉक के सभी पंचायत सचिवों का क्षय रोग के प्रति संवेदीकरण किया। कार्यक्रम में एडीओ (पंचायत) और एडीओ (वित्त) भी मौजूद रहे। टीबी के लक्षणों की जानकारी देने के साथ ही पंचायत सचिवों को संबंधित गांव को क्षय रोग विभाग की मदद से क्षय रोग मुक्त कराने का संकल्प दिलाया गया। पीपीएम समन्वयक ने पंचायत सचिवों से 20 फरवरी से जिले में शुरू होने वाले सक्रिय रोगी खोज अभियान (एसीएफ) में विभाग की मदद की अपील की गई। उन्होंने बताया – पहले पांच दिन अनाथालय, वृद्धाश्रम, नारी निकेतन, बाल संरक्षण गृह, मदरसा, नवोदय विद्?ालय, चिन्हित समूह-स्थल सब्जी मंडी, फल मंडी, लेबर मार्केट, निमार्णाधीन प्रोजेक्ट, ईंट भट्ठों, स्टोन क्रेशर, खदान, साप्ताहिक बाजार आदि में एसीएफ चलाया जाएगा। उसके बाद 25 फरवरी से 3 मार्च तक घर-घर जाकर क्षय रोगी खोजे जाएंगे।