गाजियाबाद। टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड और केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस के बीच प्रशिक्षण, औद्योगिक कौशल एवं करियर निर्माण के अवसरों और सहयोग को बढ़ाने हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर टाटा पावर डीडीएल के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी प्रवीण अग्रवाल और केआईईटी के निदेशक डॉ. ए गर्ग ने हस्ताक्षर किए और इसका आदान-प्रदान किया। टाटा पावर डीडीएल की ओर से अनूप नंदी, अनूप धवन, जॉन एडविन, राजीव चुघ और केआईईटी की ओर से डॉ. नीरज कुमार गुप्ता, हेड, और डॉ. बृजेश सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर, (डिपार्टमेंट आॅफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग) एमओयू के साक्षी बने। डॉ. बृजेश सिंह और जॉन एडविन ने संयुक्त रूप से समझौता ज्ञापन विनिमय कार्यक्रम का समन्वय किया। समझौता ज्ञापन के उद्देश्यों में अत्याधुनिक मशीनरी और अनुसंधान परियोजनाओं के निर्माण और उन्नत प्रयोगशालाओं की स्थापना में सहयोग करना शामिल था। समझौता ज्ञापन के अनुसार, पावर इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकियों और क्षमता निर्माण में रिसर्च एंड डेवलपमेंट से सम्बंधित पहल की जाएगीे इसके अतिरिक्त संयुक्त परियोजना प्रस्ताव डीएसटी, एसईआरबी, सीएसटी, और एमओई जैसे संस्थानों को प्रस्तुत किए जाएंगे। एमओयू से छात्रों, प्रोफेसरों और शामिल उद्योगों के लिए कौशल विकास और कैरियर में उन्नति के अवसर प्रदान करने की उम्मीद है। यह परिकल्पना की गई है कि टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड और केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस, दिल्ली-एनसीआर, गाजियाबाद के बीच सहयोग पावर इंजीनियरिंग और संबंधित विषयों में सुधार के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इसके अलावा, उम्मीद है कि यह समझौता ज्ञापन भारत सरकार के “क्षमता निर्माण कार्यक्रम” में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।