- बिना फिटनेस वाले स्कूली वाहनों की हो एनओसी रद्द
गाजियाबाद। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिले के छात्र-छत्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये बिना फिटनेस और तय मापदंडों के सड़क पर दौड़ रहे स्कूली वाहनों की जांच कर ऐसे स्कूल संचालकों की एनओसी रद्द करने के लिये जिलाधिकारी एवं स्कूली वाहन सुरक्षा समिति के अध्य्क्ष के नाम उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी व प्रवक्ता विनय कक्कड़ ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा स्कूली वाहनों के संबंध में समिति गठन व निर्धारित अंतराल पर समीक्षा का प्रावधान किया गया है। उसके बाद भी जिला गाजियाबाद में लंबे समय से बैठक एवं समीक्षा नहीं की गई है जो कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति उदासीनता प्रतीत होती है, दुर्घटनाओं के पश्चात यह देखने में आया है कि स्कूली वाहनों द्वारा तय मापदंडों का अनुपालन नहीं किया जाता है। ज्ञापन में मांग की गई है कि बस के आगे व पीछे स्कूल आन ड्यूटी लिखा होना चाहिए, सभी खिड़कियों के बाहर लोहे की ग्रिल लगी होनी चाहिए, बस में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए। स्कूल बस पर स्कूल का नाम व उसका फोन नंबर जरूर लिखा होना चाहिए। बस में स्कूल का एक सहायक भी होना चाहिए, बस के दरवाजे में मजबूत लॉक लगा होना चाहिये, स्कूली वाहन में फर्स्ट एड बाक्स होना चाहिए, बस 40 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार में न चले इसके लिए स्पीड गवर्नर लगा होना चाहिये। वाहन चालक का अनुभव कम से कम पांच वर्ष भारी वाहन चलाने का होना चाहिए। जीपीए ने ज्ञापन में अवगत कराया है कि मापदंडों का पालन नहीं करने के कारण ही अभी कुछ माह पहले मोदीनगर के एक स्कूल बस की दुखद दुर्घटना हुई, जिसमें एक 11 वर्षीय होनहार छात्र अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इसके साथ ही 28 नवंबर 2022 को गाजियाबाद संभाग में आने वाले पड़ोसी जिले हापुड़ में मापदंडों के विरुद्ध संचालित स्कूल बस का संतुलन बिगड़ने से बाबूगढ़ क्षेत्र में खेत में जा पलटी थी जिसमें 10 बच्चे घायल हुए थे। नियमानुसार स्कूल वाहनों के संबंध में जिला प्रशासन को निर्धारित अंतराल पर संबंधित समिति की बैठक एवं समीक्षा करनी होती है स्कूली वाहनों को अनफिट पाए जाने पर सड़क पर वाहनों का संचालन प्रतिबंधित कर दिया जाता है परिवहन विभाग द्वारा मोदीनगर और बाबूगढ़ क्षेत्र में हुई दुर्घटनाओं के बाद संज्ञान लेते हुए स्कूली वाहनों के खिलाफ जांच अभियान चलाया था जिसमें बड़े-बड़े स्कूलों के वाहनों के फिटनेस जांच में मापदंडों के विरुद्ध पाये गये थे। ( स्कूली वाहन स्टाफ नियम, स्पीड गवर्नर ,सीसीटीवी, अग्निशमन यंत्र आदि)। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पवन शर्मा ने बताया कि स्कूली वाहनों की सुरक्षा हेतु मापदंड सीधे बच्चों की सुरक्षा से जुड़े होते हैं इसलिए गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन ने जिलाधिकारी से निवेदन किया है कि जिले के स्कूली वाहनों की सुरक्षा संबंधी मापदंडों की समीक्षा जांच गंभीरता से सुनिश्चित कराएं और आदेश का पालन नहीं करने वाले स्कूलों की एनओसी रद्द करने के लिए निर्देशित करें। ज्ञापन देने के दौरान विनय कक्कड़, नरेश कुमार, धर्मेंद्र यादव, पवन शर्मा, राजू सैफी, जसवीर रावत, कौशलेंद्र सिंह आदि शामिल रहे।