- धूप निकलने के बाद ही टहलने निकलें
- अधिक व्यायाम करने से परहेज करें
- अपनी दवा नियमित रूप से खाएं
गाजियाबाद। सर्दी बढ़ गई है। सर्दी से बचाव करें। गर्म कपड़े पहनें। जब तक बहुत जरूरी न हो, अधिक सर्दी के समय घर से बाहर निकलने से बचें। खासकर श्वांस, रक्तचाप, मधुमेह और दिल के रोगी अतिरिक्त सतर्कता बरतें। रक्तचाप की दवा लेने में पूरी सावधानी बरतें। यह बातें शुक्रवार को जिला एमएमजी चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजीशियन डा. संतराम वर्मा ने कहीं। उन्होंने बताया कि सर्दी में खानपान बहुत ही सयंमित रखने की जरूरत होती है। अत्यधिक तला-भुना खाने से परहेज करें। कोलस्ट्राल का ध्यान रखें। सर्दी में कोलस्ट्राल बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। डा. संतराम वर्मा ने बताया कि सर्दी में सर्दी-जुकाम के साथ ही श्वांस रोगियों को परेशानी बढ़ने का खतरा रहता है। वायु प्रदूषण भी इसका बड़ा कारण है। सर्दी में हवा भारी होने के कारण ऊपर नहीं जा पाती और प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। रक्तचाप के रोगियों की परेशानी भी सर्दी में बढ़ जाती है। रक्तचाप के रोगी इन दिनों दवा समय से लेते रहें। रक्तचाप और दिल के रोगी बिस्तर से निकलकर सीधे घर से बाहर न जाएं। अच्छे से गर्म कपड़े पहनकर और हल्का फुल्का व्यायाम करने के बाद ही कमरे से बाहर निकलें। सर्दी में अधिक व्यायाम भी नहीं करना चाहिए। इससे दिल पर दबाव पड़ सकता है। नियमित रूप से कम से आधा घंटा धूप में अवश्य बैठें।
सर्दी के मौसम में सुबह जल्दी टहलने न निकलें। अच्छी तरह से धूप निकलने के बाद ही टहलें। बेचैनी, सीने में दर्द, जबड़े, बाजू और कंधे में दर्द को अनदेखा न करें। चिकित्सक से परामर्श लें। रक्तचाप के रोगियों की ही तरह मधुमेह रोगियों के लिए अत्यधिक गर्मी और अत्यधिक सर्दी में सावधान रहने की जरूरत होती है। तापमान कम होने पर शरीर को अधिक इंसुलिन की जरूरत होती है। सर्दी में अवसाद का खतरा भी बढ़ जाता है और अवसाद के चलते भी शुगर का स्तर बढ़ने का खतरा रहता है।