गाजियाबाद। जवाहर गेट व्यापार समिति ने अपने खोखे उजाड़े जाने की आशंका के चलते मंगलवार को प्रेस कान्फ्रेंस की और धनबल वाले व्यापारियों व निगम के अधिकारियों की साठगांठ का आरोप लगाया। समिति के अध्यक्ष गुलशन माकन ने कहा कि 2005 में अनाज मंडी राईटगंज घंटाघर से नवीन मंडी स्थल गोविंदपुरम चली गई थी परंतु आज भी खादान्न वस्तुओं का थोक व्यापार बड़े पैमाने पर हो रहा है जिससे सारे दिन बाजार में जाम की स्थिति बनी रहती है। प्रात: दस बजे से सांय 5 बजे तक ट्रक, टैंपो आदि अनाज के वाहनों का आवागमन देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि लगभग सौ लोग वहां निगम द्वारा अधिकृत खोखों में अपना रोजगार चला रहे हैं। अनाज मंडी के बड़े दुकानदारों की निगाह उनके खोखों पर है जबकि बड़े दुकानदारों ने अपनी दुकानों को आगे बढ़ाते हुए निगम की बेशकीमती जगह घेर रखी है। खोखों को जाम का कारण बताकर वे उन्हें उजाड़ना चाहते हैं और खोखों के हटने से खाली होने वाली जगह को भी बड़े दुकानदार कब्जाना चाहते हैं। उन्होंने बड़े दुकानदारों की इस नीयत की शिकायत नगर निगम, डीएम, एसएसएसपी, सीएम कार्यालय तक कर रखी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। खोखों को हटवाने के लिए बड़े दुकानदारों की ओर से ही कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है जिसकी सुनवाई 13 दिसंबर को है। गुलशन माकन ने कहा कि समस्त दुकानदारों को इस बात की आशंका है कि निगम द्वारा इस संबंध में कोई पैरोकारी न करके बड़े दुकानदारों को लाभ पहुंचाकर कोर्ट उन्हें उजाड़ने का आदेश दे सकता है। उन्होंने कहा कि कोर्ट में समिति में भी अपना वकील खड़ा करेगी ताकि वह हमारा पक्ष कोर्ट के सामने रख सके। प्रेस कान्फ्रेंस में समिति के कोषाध्यक्ष विजय ककराल, महामंत्री पवन गोयल, अरुण गोयल, आयुष मित्तल, उत्तमजीत अरोड़ा, आदित्य गोयल, नाजिम, शमशाद अली, कमल ग्रोवर आदि मौजूद रहे।