गाजियाबाद। सिविल डिफेंस विभाग में चल रहे प्रशिक्षण के दौरान उपनियंत्रक अशोक गौतम ने बताया कि निर्माणाधीन भवन आदि क्षेत्र में अचानक आई आपदा के दौरान यदि घायलों की तत्काल मदद के लिए मौके पर स्ट्रेचर पहुंचना सम्भव नहीं है तब भी वहां मौजूद संसाधनों को ही स्ट्रेचर के रूप में तैयार किया जा सकता है। सीमेंट के खाली कट्टों के कोनों में केवल इतना ही छेद किया जाए जिसमें से कोई पाइप अथवा बांस बल्ली को डालकर उसे स्ट्रेचर का रूप दिया जा सके। इस तत्काल तैयार किए गए स्ट्रेचर पर घायल अथवा रोगी को कहीं भी पहुंचाया जा सकता है। इस मौके पर सहायक उपनियंत्रक संजय गर्ग, डिविजनल वार्डन राजेन्द्र शर्मा, पोस्ट वार्डन दीपक अग्रवाल, देवकीनंदन, डिप्टी पोस्ट वार्डन रेखा अग्रवाल, हर्ष वर्मा, हेमा शिवपुरी, मंजू गर्ग, उज्जमा, प्रशांत पाल, जितेंद्र, कृष्णा आदि ने भाग लिया।