नई दिल्ली। भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (आईपीसीए) एक गैरसरकारी संगठन है जो पिछले 20 वर्षों से पर्यावरण सुरक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है और एएमएस ओएसआरएएम एक आस्ट्रियाई कंपनी है जो आप्टिकल साल्यूशन प्रदान में ग्लोबल लीडर हैं, यह दोनों समाज के बीच अपशिष्ट श्रमिकों की क्षमता निर्माण और ई-कचरा प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना के उद्देश्य से एक साथ आए हैं। यह पहल विभिन्न हितधारकों के बीच जागरुकता पैदा करके ई-कचरे के प्रबंधन पर केन्द्रित है और एकत्र किए गए ई-कचरे को खत्म करने में और उचित पुनर्चक्रण के लिए चैनलाइज करती है। इस पहल का लक्ष्य इलेक्ट्रानिक कचरे के लिए एक कुशल सप्लाई चेन विकसित करना है। वर्तमान में यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर में क्रियान्वित की जा रही है।
आईपीसीए एक गैर सरकारी संगठन है जो अखिल भारतीय स्तर पर विभिन्न स्तर पर विभिन्न हितधारकों को कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करके पर्यावरण के लिए काम कर रही है। इन सेवाओं में है ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की विकेन्द्रिकृत प्रणाली का कार्यान्वयन, अपशिष्ट श्रमिकों की क्षमता बढ़ाना, जीवन निपटान का अंत के लिए कचरे का चैनलाइजेशन, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बुनियादी ढांचे की स्थापना, एमएलपी वेस्ट रिसाइक्लिंग, ईपीआर का कार्यान्वयन शामिल है लेकिन ये यहीं तक सीमित नहीं है। उद्योग, सीएसआर परियोजनाओं का निष्पादन, उद्यमियों को विकसित करने के लिए शैक्षणिक पाठयक्रम की पेशकश और वायु प्रदूषण निगरानी व प्रबंधन सेवाएं सेवाओं में आईपीसीए कार्यरत है।
आस्ट्रिया स्थित कंपनी, एम्स ओएसआरएएम ने अपने कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व सीएसआर के हिस्से के रूप में यह पहल की है जिसका उददेश्य विभिन्न हितधारकों के बीच जागरुकता पैदा करके ई-कचरा प्रबंधन के ई-कचरे का संग्रह और चैनलाइज करना है। वर्तमान में यह परियोजना दिल्ली-एनसीआर में निष्पादित की जा रही है।