लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के अमिताभ बच्चन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स (म्योहॉल) के स्वर्ण जयंती समारोह के समापन कार्यक्रम में बैडमिंटन खिलाड़ी एवं नोएडा के जिलाधिकारी सुहास एलवाई, दमयन्ती ताम्बे, अभिनव सिन्हा (स्क्वैश), मेखला सुबेदार (स्क्वैश), दिलीप त्रिपाठी (स्क्वैश) को सम्मानित किया। उन्होंने इस स्पोटर््स कॉम्पलेक्स से लम्बे समय से जुड़े न्यायमूर्ति विक्रमनाथ तथा न्यायमूर्ति डीपी सिंह सहित खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों में विश्वस्तरीय प्रदर्शन से देशों के सामर्थ्य का अंदाजा लगाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारा देश अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी नित्य नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। प्रयागराज को संगम नगरी के रूप में माना जाता है, यहां पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय व अन्य संस्थायें उत्तर भारत में शिक्षा के केन्द्र के प्रमुख स्तम्भ के रूप में जानी जाती रही हैं। दुनिया का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय इलाहाबाद, देश की सबसे बड़ी आबादी वाले प्रदेश के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को न्याय दिलाने का कार्य कर रहा है। प्रयागराज कुम्भ में देश-दुनिया से श्रद्धालु पुण्य की प्राप्ति के लिए आते हैं। यह मान्यता है कि दुनिया के पहले गुरुकुल की स्थापना महर्षि भारद्वाज ने प्रयागराज में की थी। यह उन्हीं का आशीर्वाद है कि लम्बे समय से इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों का देश की प्रतियोगी परीक्षाओं की मेरिट सूची में नाम आता है। यह प्रयागराज के महत्व को कई गुना बढ़ाता है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रयागराज की नई पहचान, स्पोर्ट्स के माध्यम से, देश व दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के लिए यहां की विभूतियों ने इस म्योहॉल को स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के रूप में स्थापित करते हुए आगे बढ़ाया है। यह हम सबके लिए आनंद का क्षण है। स्वर्ण जयंती वर्ष व्यक्ति तथा संस्था के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होता है। 50 वर्ष की उपलब्धियों को लेकर हमें आत्ममंथन करने व भावी योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए कार्य करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद प्रयागराज में खेल की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये स्मार्ट सिटी मिशन के तहत खर्च कर रहे हैं। अमिताभ बच्चन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के लिए ही जो कुल योजना है और जो कार्य होने जा रहे है, उसकी लागत अकेले 60 करोड़ है। इसके साथ ही प्रयागराज के अंदर जो सरकारी एवं सहायता प्राप्त सरकारी स्कूल हैं, उनके लिए 10 करोड़ 16 लाख रुपये, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लिए 10 करोड़ 86 लाख रुपये, चन्द्रशेखर आजाद पार्क में खेल सुविधाओं के विकास के लिए 07 करोड़ 73 लाख रुपये, ओपन एयर जिम और मल्टी एक्टिीविटीज प्ले सिस्टम के लिए 4 करोड़ 25 लाख रुपये और 60 स्थानों पर बच्चों के खेल-कूद व मनोरंजन के लिए मल्टी एक्टिीविटीज प्ले सिस्टम के लिए 2 करोड़ 80 लाख रुपये एवं नौकायन के लिए 2 करोड़ रुपये स्मार्ट सिटी मिशन के तहत स्वीकृत किए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हर गांव में खेल मैदान तथा ब्लॉक स्तर पर स्टेडियम तथा मिनी स्टेडियम बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही गांव में ओपन जिम व पार्कों के सुंदरीकरण का कार्य भी कराया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर सभी लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के सम्बन्ध में जो भी प्रस्ताव आज आयें हैं, उस पर जल्द ही कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि धन की कोई कमी नहीं है, केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार खेलों को सर्वोच्च शिखर तक पहुचांने के लिए कृतसंकल्प हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश व विदेश में खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाये जाने के दृष्टिगत मेरठ में मेजर ध्यानचन्द्र के नाम पर देश का पहला, 100 एकड़ में, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का खेल विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है। प्रदेश के खेल छात्रावास के बच्चों के डाइटमनी को बढ़ाया गया है। साथ-साथ प्रोत्साहन राशि में वृद्धि की गयी है। उन्होंने कहा कि नेशनल गेम्स में प्रतिभाग कर रहे प्रदेश के खिलाड़ियों को टेÑन में एसी क्लास में सफर की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पदक विजेताओं को सरकारी नौकरी दिए जाने की व्यवस्था की गयी है। एकलव्य की तरह एकाग्र चित्त होकर खिलाड़ी टीम भावना के साथ खेलें, तो अपने लक्ष्य को आसानी के साथ प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विक्रमनाथ ने कहा कि स्पोटर््स कॉम्पलेक्स में सात प्रकार के खेलों की ही सुविधा है। कॉम्पलेक्स के लिए कुछ जमीन और उपलब्ध हो जाये, जिससे कि अन्य खेलों के लिए भी राष्ट्रीय स्तर की व्यवस्थायें की जा सकेंगे। साथ ही उन्होंने स्पोटर््स कॉम्पलेक्स की बिल्डिंग का रिस्टोरेशन कराते हुए इसका सौन्दर्यीकरण कराये जाने की बात भी कही।
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देश व प्रदेश में खिलाड़ियों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने खेल प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का सम्मान कर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने और भविष्य की प्रतियोगताओं में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करने का कार्य किया है। इसी का परिणाम है कि विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में मेडल जीतकर देश व प्रदेश के खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन करने का कार्य किया। स्पोटर््स कॉम्पलेक्स में खेलों को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। यहां पर कई इंडोर खेल उपलब्ध हैं। यहां के खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा के बल पर देश व दुनिया में अपना नाम रोशन किया है।
औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी खेलों को बढ़ावा देने तथा युवाओं की प्रगति के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य कर रहे हैं। प्रदेश के अन्तिम गांव तक विकास की रोशनी पहुंचे, प्रदेश के अन्तिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे और प्रदेश में कानून व्यवस्था रहे, इसके लिए मुख्यमंत्री सदैव समर्पित रहते हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश को गुण्डा मुक्त प्रदेश बनाने के लिए सख्त कदम उठाये हैं।
खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चन्द्र यादव ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि यहां पर कई तरह की खेल प्रतियोगिताएं सबके सहयोग से पिछले 50 वर्षों से लगातार होती रही हैं। यहां के अनेक खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का हमेशा यह प्रयास रहता है कि हमारे युवा कैसे खेल की गतिविधियों के साथ जुड़ें। मुख्यमंत्री की पहल व प्रेरणा से खेलों में अच्छा प्रदर्शन कर पदक जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया गया है। इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, खिलाड़ी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।