लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लता जी ने अपना पूरा जीवन भारत की कला और संगीत को नई ऊंचाइयां प्रदान करने के लिए समर्पित किया था। श्रीराम तथा श्रीकृष्ण और भारत की राष्ट्रभक्ति से सम्बन्धित गीतों को ऊंचाइयां देकर लता जी ने संगीत की पवित्र साधना को प्रत्येक भारतीय के लिए वन्दनीय बनाया। भारत रत्न से सम्मानित सुर साम्राज्ञी सुश्री लता मंगेशकर ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के सर्वाधिक भजन गाये हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से अयोध्या को लता मंगेशकर चौक के रूप में भव्य स्मारक प्राप्त हो रहा है। लता मंगेशकर चौक के लोकार्पण से सम्बन्धित प्रधानमंत्री का वीडियो संदेश प्रसारित किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना सनातन धर्म की पहचान है। लता दीदी ने अपना पूरा जीवन भगवान राम की भक्ति और साधना के लिए समर्पित किया। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने लता मंगेशकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित लता के जीवन पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा लता मंगेशकर चौक के निर्माण पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने अयोध्या शोध संस्थान द्वारा प्रकाशित अयोध्या विशेषांक साक्षी तथा ग्लोबल इंसाइक्लोपीडिया आॅफ रामायण के 11 खंडों का विमोचन किया। कार्यक्रम में लता के भजनों की प्रस्तुति की गयी।
केन्द्रीय पर्यटन, संस्कृति एवं पूर्वाेत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा कि आज भारत रत्न लता दीदी की जन्म जयन्ती के साथ ही देश के महान वीर सपूत सरदार भगत सिंह की भी जयन्ती है। लता जी का गाया ऐ मेरे वतन के लोगों गीत करोड़ों देशवासियों को प्रेरित करता है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में भगवान श्रीराम की जन्मभूमि को भव्य एवं दिव्य स्वरूप देने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सदैव प्रेरणा देते हैं। उनके नेतृत्व में 5 वर्षों में प्रदेश पर्यटन तथा संस्कृति के क्षेत्र में भारतीय सनातन परम्परा, मूल्यों एवं आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाने में सफल होगा।
इस अवसर पर श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के अध्यक्ष महन्त नृत्य गोपालदास महाराज, महासचिव चम्पत राय तथा अन्य सन्तगण, सांसद अयोध्या लल्लू सिंह, महापौर अयोध्या ऋषिकेश उपाध्याय एवं अन्य जनप्रतिनिधि, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा लता मंगेशकर के परिवारजनों में आदिनाथ मंगेशकर एवं कृष्णा मंगेशकर उपस्थित थे।
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मां सरस्वती की साधिका लता जी ने पूरे विश्व को अपने दिव्य स्वरों से किया अभिभूत: मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो संदेश में कहा कि जब कोई साधक या साधिका कठोर साधना करता है, तो मां चन्द्रघंटा की कृपा से उसे दिव्य स्वरों की अनुभूति होती है। लता जी मां सरस्वती की ऐसी साधिका थीं, जिन्होंने पूरे विश्व को अपने दिव्य स्वरों से अभिभूत कर दिया। अयोध्या में लता मंगेशकर चौक पर स्थापित की गयी मां सरस्वती की विशाल वीणा, संगीत की साधना का प्रतीक बनेगी।
अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पीएम मोदी ने कह कि भारत रत्न सुश्री लता मंगेशकर चौक परिसर में सरोवर के प्रवाहमय जल में संगमरमर से बने 92 श्वेत कमल लता जी की जीवन अवधि को दर्शा रहे हैं। उन्होंने इस अभिनव प्रयास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अयोध्या विकास प्राधिकरण तथा अयोध्या की जनता का अभिनन्दन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके साथ लता दीदी से जुड़ी हुई अनेक भावुक और स्नेहिल स्मृतियां हैं। लता दीदी कहती थीं कि मनुष्य उम्र से नहीं कर्म से बड़ा होता है। जो देश के लिए जितना ज्यादा करे, उतना ही बड़ा होता है। अयोध्या का यह सुश्री लता मंगेशकर चौक और उनसे जुड़ी सभी स्मृतियां हमें देश के प्रति कर्तव्य का बोध कराएंगी। अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण को लेकर वे बहुत भावुक, खुश और आनन्दित थीं।