लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश व प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश एक नयी दिशा की ओर अग्रसर है। मथुरा, वृन्दावन, बरसाना, गोवर्धन, गोकुल, नन्दगांव आदि तीर्थों के आधुनिक विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को अक्षुण्ण रखने के लिए निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। इस कार्य में सन्तों के सान्निध्य एवं श्री बांके बिहारी जी की कृपा की कामना करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस पवित्र धाम को पवित्रतम स्थल के रूप में विकसित कर आमजन की भावनाओं और आस्था को नयी ऊंचाई दी जा सकेगी।
मुख्यमंत्री मथुरा के वृन्दावन स्थित पर्यटक सुविधा केन्द्र (टीएफसी) में उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा आयोजित श्रीकृष्ण जन्मोत्सव-2022 में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर पूरी दुनिया में सनातन धर्मावलम्बी श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाते हैं। हमारा सौभाग्य है कि इस पावन भूमि पर श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के साथ मंगलम परिवार द्वारा अन्नपूर्णा भोजनालय के शुभारम्भ कार्यक्रम में सम्मिलित होने का अवसर मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित कर रहे हैं। उनके प्रयास से भारतीय ऋषि परम्परा के प्रसाद योग के लिए 21 जून की तिथि को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। कुम्भ को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में मान्यता मिली है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में सावन माह में एक करोड़ श्रद्धालु दर्शनार्थ आए। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मन्दिर का निर्माण त्रेता युग का स्मरण करा रहा है।
मुख्यमंत्री ने अन्नपूर्णा भोजनालय के शुभारम्भ के लिए श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन अवसर चुनने के लिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद तथा आचार्य विजय कौशल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कृष्णं वन्दे जगद्गुरु उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद के लोगो का अंग है। इसी भावना के साथ ब्रज क्षेत्र की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद गठन का किया गया। यह परिषद जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर यहां के समग्र विकास की कार्य योजना लेकर कार्य कर रही है। इसके अन्तर्गत वर्तमान समय की आवश्यकता के अनुरूप ब्रज क्षेत्र के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं आधुनिक विकास का मॉडल प्रस्तुत किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में समय की सभ्यताओं में कोई 700, कोई 1400, कोई 2000, कोई 2700 साल पुरानी हैं। सनातन सभ्यता आदिकाल से है। भगवान श्रीकृष्ण जगत पिता हैं। अपनी लीलाओं से धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना के लिए उनका आगमन आज से 5 हजार साल पहले इस धरा धाम पर हुआ था। अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर से लेकर गुजरात व महाराष्ट्र तक भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं किसी न किसी स्वरूप में बसी हुई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रज क्षेत्र में श्रद्धालु नंगे पैर, सिर पर गठरी लेकर आते हैं। उनकी किसी से कोई अपेक्षा नहीं होती। केवल एक इच्छा होती है कि भगवान को कुछ अर्पित कर, उनका दर्शन कर लें। उनका एक ही भाव होता है – त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। श्रद्धालुओं का यही श्रद्धा भाव इस तीर्थ को तीर्थत्व प्रदान करता है। इसी भाव को आगे बढ़ाने के लिए यहां उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद तथा मंगलम परिवार के संयुक्त तत्वावधान में अन्नपूर्णा भोजनालय प्रारम्भ हो रहा है। इसी का अभिनन्दन करने वे यहां आए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुबह वे बलिया में थे। आज बलिया बलिदान दिवस है। वर्ष 1942 में आज ही के दिन 50 हजार की भीड़ ने जेल का द्वार तोड़कर क्रांतिकारियों चित्तू पाण्डेय, राधा मोहन सिंह, कृपाशंकर आदि को छुड़ाकर बलिया को स्वतंत्र घोषित किया था। भारत वर्ष 1947 में आजाद हुआ था, लेकिन बलिया ने अपने को वर्ष 1942 में स्वतंत्र घोषित कर दिया था। उसके बाद अंग्रेजों ने वहां बहुत क्रूरता की, लेकिन बलिया कभी पीछे नहीं हटा। क्रांतिकारी भी भगवान श्रीकृष्ण से प्रेरित थे। आज हम जो भी करते हैं, उसके पीछे भगवान की ही वाणी, प्रेरणा, उपदेश- परित्राणाय साधूनाम विनाशाय च दुष्कृताम है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान कॉफी टेबल बुक रंगोत्सव-2022 का विमोचन किया। उन्होंने इस अवसर पर आयोजित भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी अवलोकन किया। उन्होंने कार्यक्रम स्थल के बाहर इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया।
कार्यक्रम को गन्ना विकास एवं चीनी मिलें मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कान्त मिश्र, आचार्य विजय कौशल, साध्वी ऋतम्भरा, आचार्य रामकृष्ण ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के अन्त में पूर्व मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही सहित जनप्रतिनिधि एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम से पूर्व, मुख्यमंत्री ने उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से वृन्दावन में निर्मित अन्नपूर्णा भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने अन्नपूर्णा भवन का निरीक्षण किया, किचन में जाकर भोजन तैयार करने के संसाधनों का अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को भोजन परोसा तथा स्वयं भी उनके साथ भोजन ग्रहण किया। इसके पश्चात, मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मन्दिर जाकर भगवान श्रीकृष्ण एवं राधारानी के दर्शन किये। उन्होंने मन्दिर में विधिवत पूजा अर्चना कर लीलामंच पर उपस्थित भक्तों को श्रीकृष्णोत्सव की शुभकामनाएं दी।