- अगस्त माह में जिले में यह तीसरा मेगा वैक्सीनेशन कैंप होगा
- सीएमओ ने इस बार पहले से ज्यादा केंद्र बनाने के निर्देश दिए
गाजियाबाद। सरकार का प्रयास है कि कोविडरोधी टीके की दूसरी डोज के बाद छह माह पूरे करने वाले लाभार्थियों को जल्दी से जल्दी सतर्कता डोज दे दी जाए। जनपद में 34.27 लाख लोगों का कोविड टीकाकरण हुआ है। दूसरी डोज के छह माह बाद सभी को तीसरी डोज के रूप में निशुल्क सतर्कता डोज दी जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि सतर्कता डोज कोविड से बचाव के लिए जरूरी है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीका लेने वाले लाभार्थी सतर्कता डोज के लिए कोबेर्वैक्स का चयन कर सकते हैं, भारत सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है। कोबेर्वैक्स पूरी तरह सुरक्षित और कारगर है। पहले यह वैक्सीन केवल 12 से 15 वर्ष तक के बच्चों को दी जा रही थी।
सीएमओ डा. भवतोष ने बताया कि अगस्त माह के तीसरे रविवार को भी जनपद में सतर्कता डोज के लिए महाअभियान चलाया जाएगा। इस संबंध में शासन से निर्देश प्राप्त हुए हैं। बता दें कि पहले और दूसरे रविवार को भी महाअभियान चलाकर जनपद में सतर्कता डोज लगाई गई थी। हालांकि दूसरा रविवार छुट्टियों के बीच पड़ने से रेस्पांस अच्छा नहीं मिल सका और उस दिन जिले में मात्र 27 हजार प्रीकॉशन डोज ही लग सकीं। सीएमओ ने बताया सतर्कता डोज की रफ्तार बढ़ाने के लिए इस बार केंद्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया जनपद में अब तक 3.30 लाख से अधिक सतर्कता डोज लगाई जा चुकी हैं।
बता दें कि आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत 15 जुलाई से ढाई माह को विशेष अभियान शुरू किया गया है। अभियान के अंतर्गत 18 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी लाभार्थियों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से निशुल्क सतर्कता डोज लगाई जा रही है। इससे पहले केवल स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को ही निशुल्क सतर्कता डोज की सुविधा थी।
आरडब्लूए और सामाजिक संगठन आगे आएं
सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने आरडब्लूए, सामाजिक संगठनों, पार्षदों और ग्राम प्रधानों का आह्वान किया है कि वह अपनी सुविधा के मुताबिक दिन और समय के हिसाब से कैंप का आयोजन करा सकते हैं। इसके अलावा जिन कार्यालयों या फैक्ट्रियों में अधिक लोग काम करते हैं वह भी अपने कर्मचारियों के लिए स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर कैंप का आयोजन करा सकते हैं। विभाग लाभार्थियों की सुविधा के हिसाब से दिन और समय पर कैंप लगाकर सतर्कता डोज लगाएगा। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि अधिक से अधिक लोगों को कम समय में निशुल्क सतर्कता डोज लगाई जा सके।