लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने विकास खंड चिनहट की ग्राम पंचायत दुगवर में अमृत सरोवर कोड़वा के किनारे मां महालक्ष्मी का प्रतीक कदम, मां सरस्वती का प्रतीक आम तथा मां काली का प्रतीक नीम का पौधा रोपित किया। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि आज का दिन सभी की जिन्दगी का बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। हम साक्षी हैं अपनी आजादी के अमृत महोत्सव के, जिसकी शुरूआत प्रधानमंत्री ने 75 सप्ताह पहले 12 मार्च, 2021 को साबरमती आश्रम, अहमदाबाद से दांडी यात्रा के साथ थी। आजादी के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह व आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के बाद स्वतंत्रता दिवस हम सबके लिये बहुत-बहुत महत्वपूर्ण है। यह इसलिये भी महत्वपूर्ण है कि आज से हम जैसा कि प्रधानमंत्री ने आह्वान किया है कि हमारे देश का अमृतकाल शुरू होने जा रहा है, यह अमृतकाल आगामी 25 साल तक, यानि जब हम देश की आजादी का 100वां साल मनायेंगे 15 अगस्त, 2047 में, यह अमृतकाल हमारे देश का पूरी तरह से कायाकल्प कर देगा, देश को दुनिया के शिखर पर ले जायेगा। इस देश की जनता को उनके अंदर छिपी असीम संभावनाओं और क्षमताओं को निकालकर देश, अपने राज्य, अपने शहर, अपने गांव, अपने मोहल्ले की तरक्की में लगायेगा। सभी को एक ऐसा माहौल देगा, जिससे कि देश की तरक्की के लिये हर कोई अपना सर्वोच्च योगदान देगा।
उन्होंने कहा कि इस अमृत काल में हम अपनी कल्पना शक्ति से विचार कर देश, शहर व गांव की तरक्की के लिये योगदान कर सकते हैं। देश में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। आगामी समय में परिवर्तन की लहर और तेजी से बढ़ेगी। आज स्वाधीनता दिवस के पवित्र पर्व पर पूरे मनोयोग से देश को उन्नति के लिये कार्य करने का सभी को संकल्प लेना चाहिये। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने संकल्प लिया है कि प्रदेश के हर गांव में एक अमृत सरोवर बनायेंगे। अमृत सरोवर के निर्माण से जल संरक्षण और भूजल स्तर में भी वृद्धि होगी।
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में त्रिदेवियां हैं-मां लक्ष्मी एश्वर्य का प्रतीक, मां सरस्वती ज्ञान व विद्या का प्रतीक तथा मां काली शक्ति का प्रतीक हैं। मुझे खुशी है कि वन विभाग के सौजन्य अमृत सरोवर के किनारे त्रिदेवियों को रोपित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि मां लक्ष्मी ऐश्वर्य का प्रतीक हैं, वह रूप है कदम के पेड़ में हैं। कदम का पीला फूल का मां लक्ष्मी पर चढ़ाया जाता है। पीला फल कृष्ण और राधा को भी प्रिय है। आम का वृक्ष विद्या की देवी मां सरस्वती पूजा में आम का फल और बौर चढ़ाया जाता है। मां काली का रूप नीम का पेड़ अपने आप में औषधि है। उन्होंने कहा कि जिस तरह हरीशंकर का पौधारोपण किया जाता है, उसी तरह हरी शंकरी का पौधा रोपण भी किया जाये। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर अमृत सरोवर के चारो तरफ वृक्षारोपण किया जा रहा है। सभी ग्रामों में 75-75 पेड़ लगाये जा रहे हैं, आज शाम तक 5 करोड़ वृक्षारोपण हो जायेगा। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव वन मनोज सिंह, मुख्य वन संरक्षक तथा वन विभाग व जनपदीय वरिष्ठ अधिकारी आदि मौजूद रहे।