लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीी के मार्गदर्शन में जनता-जनार्दन के आशीर्वाद से इस वर्ष मार्च माह में राज्य सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरूआत हुई थी। सरकार के गठन के उपरांत सभी विभागों के लिए प्राथमिकता के आधार पर प्रथम 100 दिन, 6 माह, 1 वर्ष, 2 वर्ष और 5 वर्ष की कार्य योजना तय की गई थी। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को निर्देश दिये कि प्रथम 100 दिनों का लक्ष्य प्रत्येक दशा में 30 जून, 2022 तक पूर्ण करा लिया जाए। मुख्य सचिव स्तर से विभागीय समीक्षा कर अद्यतन रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। मुख्यमंत्री योगी यहां अपने सरकारी आवास पर राज्य सरकार के प्रथम 100 दिवस के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 5 जुलाई को वर्तमान राज्य सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के प्रथम 100 दिन पूरे कर रही है। इस विशेष अवसर पर 4 जुलाई, 2022 को राज्य स्तर पर प्रेस वार्ता आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सभी मंत्रीा/जनप्रतिनिधि जनता के बीच जाएं तथा प्रदेश सरकार द्वारा लिए गये संकल्पों के क्रम में अब तक हुई कार्यवाही की प्रगति से जनता को अवगत कराएं। सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार के दूसरे कार्यकाल के प्रथम 100 दिवस पूर्ण होने के अवसर पर विभागीय मंत्रियों द्वारा अपनी उपलब्धियों का विवरण जनता के समक्ष प्रस्तुत किया जाए। जनता को सरकार के कार्यों की 100 दिन की प्रगति रिपोर्ट के साथ-साथ आगामी 6 माह के लक्ष्य के बारे में भी जानकारी दी जाए। सभी मण्डलों के प्रभारी मंत्री अपने प्रभार के मंडलों में जनता के बीच जाएं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि रामपुर और आजमगढ़ के लोकसभा उपचुनाव में स्थानीय जनता ने प्रधानमंत्री की नीतियों में अभूतपूर्व विश्वास व्यक्त किया है। हमें इस विश्वास और उनके भरोसे पर खरा उतरना होगा। उन्होंने निर्देशित किया कि सभी विभाग इन दोनों जनपदों से सम्बन्धित विकास परियोजनाओं की समीक्षा कर लें, कोई भी प्रस्ताव लम्बित न रहे। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भी इन क्षेत्रों में संचालित/लम्बित विकास परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ का हरिहरपुर संगीत साधकों की पुरातन स्थली है। संगीत जगत के प्रतिष्ठित विभूतियों से परामर्श कर उनकी मंशानुरूप कला-संगीत साधकों के हित में आवश्यक प्रस्ताव तैयार किया जाए। बिलासपुर (रामपुर) चीनी मिल का सुदृढ़ीकरण का कार्य यथाशीघ्र किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) को पीपीपी मोड पर संचालित करने के सम्बन्ध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। इसे मॉडल के रूप में लागू किया जाए। हेल्थ एटीएम की स्थापना के लिए तत्काल आवश्यक कार्यवाही की जाए। व्यापक जनहित के दृष्टिगत यह एक महत्वपूर्ण कार्य होगा। दूर-दराज के इलाकों में टेलीकन्सल्टेशन को और बढ़ावा दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि डग्गामार बसों को एक व्यवस्था से जोड़ने पर विचार किया जाए। इनके लिए रूट का निर्धारण किया जा सकता है। इससे प्रदेश के सुदूर क्षेत्रों तक परिवहन की सुविधा सुलभ हो सकेगी। इस सम्बन्ध में सभी आयामों पर विचार करते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग नवाचारों के माध्यम से अपने साधनों से आय के नए स्रोत सृजित करने के उपाय करे। परिवहन विभाग की भूमि सभी जगह प्राइम लोकेशन पर है। यहां होटल, रेस्त्रां आदि का संचालन किया जा सकता है। उन्होंने बस स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए सभी जरूरी प्रबन्ध किए जाने के निर्देश दिये। इस अवसर पर राज्य सरकार के मंंत्री तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।