- सीएम योगी ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी
- मुख्यमंत्री ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा के सम्मुख चित्र पर माल्यार्पण किया
- डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत की एकता और अखंडता के प्रबल पक्षधर एवं भारत माता के एक महान सपूत थे
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा के सम्मुख चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. मुखर्जी महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद, समाजसेवी तथा राजनीतिक चिंतक थे। वे भारत की एकता और अखण्डता के प्रबल पक्षधर एवं भारत माता के एक महान सपूत थे। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष थे, जिनकी आज पावन पुण्यतिथि है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर पूरा राष्ट्र उन्हें स्मरण कर रहा है। भारत की एकता और अखंडता के लिए तथा भारत को किसी भी प्रकार की चुनौती से मुक्त करने के लिए अपने आपको बलिदान किया था। उन्हें आज उत्तर प्रदेश शासन एवं प्रदेशवासियों की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कोटि-कोटि नमन करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. मुखर्जी का स्पष्ट मत था कि एक देश में दो प्रधान, दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे। डा. मुखर्जी ने आज ही के दिन वर्ष 1953 में कश्मीर मुद्दे पर अपना बलिदान दिया था। उनका बलिदान स्वतंत्र भारत का एक ऐसा बलिदान था, जिसने उस समय पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. मुखर्जी के बलिदान का परिणाम है कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज जम्मू कश्मीर धारा-370 से मुक्त होकर भारत की एकता व अखंडता के लिए मजबूती से आगे बढ़ता हुआ दिखायी दे रहा है। धारा-370 का समाप्त होना, कश्मीर में विकास की बहार आना इस देश को किसी भी प्रकार के आतंकवाद, अलगाववाद व उग्रवाद से मुक्त करने का एक वृहद अभियान का हिस्सा है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।