- सीडीओ ने की जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक
- स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए
गाजियाबाद। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जनपद रैंकिंग, आरसीएच पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के पंजीकरण, जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत लाभार्थी व आशा कार्यकर्ताओं के भुगतान, क्वालिटी एश्योरेंस कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत, शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, कोविड टीकाकरण की समीक्षा की गई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक ने सभी नोडल अधिकारियों एवं प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रमों में लक्ष्य के सापेक्ष गुणात्मक उपलब्धि सुनिश्चित की जाए।
मुख्य विकास अधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद के समस्त अस्पतालों का निरीक्षण समय-समय पर स्वयं करते रहें, किसी भी अस्पताल में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। चिकित्सालय परिसर की साफ-सफाई के कड़े निर्देश देते हुए उन्होंने कहा अस्पतालों में मरीजों को साफ-सफाई, दवाईयों एवं खान-पान व जांचों से सम्बन्धित कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी समय से इंडेंड भेजकर दवाइयां प्राप्त कर जनसामान्य में वितरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा- ड्रग वेयर हाउस में दवाइयों की कमी नहीं है। सप्लीमेंट्री दवाइयों को नजरअंदाज न किया जाए। सभी आशा कार्यकर्ता, एएनएम जरूरतमंदों में अनिवार्य रूप से सप्लीमेंट्री दवा वितरित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने वीएचएनडी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा- कुपोषण से ग्रसित बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें तत्काल पोषण पुनर्वास केन्द्र भेजा जाए।
जनपद में पिछले वर्ष के सापेक्ष सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोदीनगर, भोजपुर में अपेक्षा से कम ओपीडी होने पर संबंधित को निर्देशित किया गया एवं ओपीडी/आईपीडी सेवाएं बढ़ाए जाने एवं गुणवत्ता में सुधार के लिए निर्देशित किया गया। ई-संजीवनी कार्यक्रम के अंतर्गत टेली कंसल्टेशन में मुरादनगर एवं रजापुर के प्रभारियों को समस्त सीएचओ की समीक्षा करने के लिए निर्देशित किया गया। आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत बनने वाले हेल्थ आईडी में नगरीय चिकित्सा इकाइयों पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई तथा समस्त ग्रामीण क्षेत्रों की चिकित्सा इकाइयों में वृद्धि किये जाने के लिए निर्देशित किया गया।
गर्भवती महिलाओं का जल्द से जल्द पंजीकरण कराने, उनको गुणवत्तापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं देने एवं गंभीर लक्षणों को चिन्हित करते हुए ससमय समुचित उपचार कराने के निर्देश दिए गए। संस्थागत प्रसव शत-प्रतिशत करने एवं घर पर होने वाले प्रसव पर अंकुश लगाने के लिए निर्देशित किया गया। परिवार नियोजन के अंतर्गत महिला नसबंदी, पुरुष नसबंदी आईयूसीडी, छाया में बढ़ोत्तरी के लिए सभी को निर्देशित किया गया। नियमित टीकाकरण में सुधार के लिए सभी नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की एएनएम वार समीक्षा करते हुए प्रगति लाए जाने के लिए निर्देश दिए गए। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया गया।
बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विश्राम सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील त्यागी, डीएसओ डॉ. आरके गुप्ता, डब्ल्यूएचओ से डॉ. अभिषेक कुलश्रेष्ठ, सीएमएस डॉ. संगीता गोयल आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।