लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रथम चरण में विधान भवन, लोक भवन तथा बापू भवन की डायनमिक आर्किटेक्चरल प्रोग्रामेबल कलर चेंजिंग फसाड लाइटिंग की जाए। फसाड लाइटिंग इस प्रकार होनी चाहिए कि यह भवन यहां आने वाले पर्यटकों, लखनऊ वासियों तथा यहां से गुजरने वाले यात्रियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनकर उभरें। इन भवनों पर लाइटिंग ऐसी होनी चाहिए कि इन इमारतों के सम्बन्ध में लोगों में जिज्ञासा हो।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर विधान भवन, लोक भवन तथा बापू भवन हेतु डायनमिक फसाड लाइटिंग के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतिकरण का अवलोकन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोक भवन तथा विधान भवन की लाइटिंग इस प्रकार की जानी चाहिए कि इन भवनों के परिसर में स्थित श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा उभर कर सामने आए। उन्होंने कहा कि राजभवन की डायनमिक फसाड लाइटिंग की कार्ययोजना भी तैयार की जाए।
मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि डायनमिक फसाड लाइटिंग में प्रकाश का रंग बदलता रहता है। इससे इमारत का रंग भी परिवर्तित होता रहता है। डायनमिक फसाड लाइटिंग से राष्ट्रीय पर्वों पर इन भवनों का रंग तिरंगा तथा अन्य पर्वों के अनुसार बदला जा सकेगा। अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों के आगमन पर उनके राष्ट्र ध्वज के अनुसार रंगों को बदला जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विधान भवन की डायनमिक फसाड लाइटिंग की प्रस्तावित लागत में पांच वर्षों की कॉम्प्रीहेन्सिव अनुरक्षण और संचालन का कार्य भी सम्मिलित है। उन्हें यह भी अवगत कराया गया कि विभिन्न पर्वों पर इन भवनों पर वाह्य अस्थायी लाइट की व्यवस्था पर आने वाले विद्युत लोड के मुकाबले डायनमिक फसाड लाइटों की स्थापना से विद्युत लोड कम आएगा। इससे बिजली में भी बचत होगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन हेमन्त राव, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नरेन्द्र भूषण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।