- पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने की थी नोएडा में पोस्टिंग
- उद्यमियों के उत्पीड़न और रिश्वतखोरी के लगे हैं आरोप
गाजियाबाद। नोएडा की उपश्रमायुक्त पर गंभीर आरोप लगे हैं। भ्रष्टाचार के साथ ही उनके पति द्वारा भी उद्यममियों का शोषण किया जा रहा है। इस तरह के आरोप एलएलएए यूपी के अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ने लगाए हैं। सत्येन्द्र सिंह ने सीएम योगी को भेजे पत्र में आरोप लगाए हैं कि उपश्रमायुक्त नोएडा वन्दना गुप्ता व इनके पति यहा पर उद्योगपतियों का जमकर शोषण कर रहे हैं। उपश्रमायुक्त अपने आफिस में न बैठकर सिर्फ़ कारखानों में वसूली के लिए घूमती रहती हैं। इनके पति भी इनके साथ होते हैं। विभाग के कुछ अधिकारियों को साथ लेकर वे घूमती हैं। ये सिर्फ़ और सिर्फ कमाने में लगी हैं इनको कारखानों एवं श्रमिकों की परेशानी से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए सीएम योगी को अवगत कराया है कि उपश्रमायुक्त की तैनाती पूर्व श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मोटे पैसे लेकर की थी। स्वामी प्रसाद मौर्य अब सपा में हैं। 2022 के चुनाव में उन्होंने भाजपा छोड़ दी थी लेकिन उनके द्वारा तैनात की गर्इं उपश्रमायुक्त अभी भी उद्यमियों का शोषण करने में लगी हुई हैं। सत्येन्द्र सिंह ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा है कि प्रदेश सरकार कल कारखानों की तरक्की के लिए अच्छे कार्य कर रही हैं लेकिन नोएडा की उपश्रमायुक्त सरकार की किसी भी योजना का लाभ उद्यमियों तक पहुंचाने का प्रयास ही नहीं करती हैं। उन्होंने नोएडा उपश्रमायुक्त वंदना गुप्ता को बर्खास्त कर उनके कृत्यों की किसी अन्य विभाग से जांच कराने की मांग की है। उधर, इस संबंध में उपश्रमायुक्त से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।