- 15 से 18 वर्ष के किशोरों को टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रहा स्वास्थ्य विभाग
- 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज पर दिया जा रहा जोर
गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग वाले किशोरों को कोविडरोधी टीकाकरण और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज पर जोर दे रहा है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने कहा- फिलहाल कोविड लगभग कंट्रोल हो गया लेकिन आने वाले समय में ऐसी कोई समस्या न आए, इसलिए कोविडरोधी टीकाकरण जरूरी है। उन्होंने कहा फिलहाल विभाग का फोकस 15 से 18 वर्ष के किशोरों को टीका लगाने और बुजर्गों को प्रीकॉशन डोज देने पर है।
सीएमओ के निर्देश पर शुक्रवार को एसीएमओ (प्रशासन) डा. सुनील त्यागी किशोरों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने पतला स्थित आरजीएस इंटर कालेज पहुंचे। एसीएमओ ने बताया-मंडलायुक्त के निर्देश के मुताबिक पात्र आयु वर्ग क?े किशोरों को कोविडरोधी टीका लगवाने पर आंतरिक आंकलन में पांच प्रतिशत अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। एसीएमओ ने बताया यह व्यवस्था गृह परीक्षाओं में लागू होगी। टीकाकरण को लेकर जूम मीटिंग के दौरान मंडलायुक्त की ओर से यह निर्देश दिए गए हैं। एसीएमओ ने बताया मंडलायुक्त के निदेर्शों से सभी कॉलेजों को अवगत करा दिया गया है।
एसीएमओ ने बताया- विभाग का प्रयास है कि 15 से 18 वर्ष के आयु वर्ग वाले सभी किशोरों को जल्दी से जल्दी कोविडरोधी टीके से प्रतिरक्षित कर दिया जाए। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज देने पर इसलिए जोर दिया जा रहा है क्योंकि इस आयु में मधुमेह और रक्तचाप जैसी बीमारियां होने का खतरा रहता है और कोमोर्बिड होने की स्थिति में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, ऐसे में कोरोना संक्रमण ज्यादा गंभीर रूप ले लेता है। इसलिए शासन के निर्देश पर दूसरी डोज को नौ माह का समय पूरा कर चुके बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज दी जा रही है। जनपद में अब तक 55 हजार से अधिक प्रीकॉशन डोज लगाई जा चुकी हैं।