- बेहतर प्रबंधन से पहली और दूसरी लहर की तरह तीसरी पर भी नियंत्रण पाएंगे
- तीसरी लहर कम खतरनाक है, लेकिन सर्तकता और सावधानी बहुत जरूरी है
गाजियाबाद। भारत के कोरोना प्रबंधन को पूरी दुनिया ने सराहा है। उत्तर प्रदेश में प्रबंधन के इस कार्यक्रम के जरिए हमने कोरोना को सफलतापूर्वक नियंत्रित करने में कामयाबी हासिल की है। कोराना की पहली और दूसरे लहर के मुकाबले तीसरी कम खतरनाक है, लेकिन बीमारी है तो सतर्कता और सावधानी जरूरी है और इसी के जरिए हम तीसरी लहर पर भी नियंत्रण करने में कामयाब होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमें जीवन और जीविका बचाने में सफलता प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा जीवन और जीविका को बचाने वाला यह मॉडल पूरी दुनिया में सराहा जा रहा है। यह बातें सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी स्तर संचालित किए जा रहे कोविड एल-3 (संतोष अस्पताल) का निरीक्षण करने के बाद कहीं। वर्तमान में इस अस्पताल में 22 लोग उपचाराधीन हैं। कोविड अस्पताल का निरीक्षण करने से पहले मुख्यमंत्री ने इंग्राहम इंस्टीट्यूट में 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों के टीकाकरण कैंप का भी निरीक्षण किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा प्रधानमंत्री की अगुआई में देश में जनवरी, 2021 में टीकाकरण शुरू हुआ था। दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में अब तक पूरे देश में 157 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं। इसमें भी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा सहयोग रहा। उत्तर प्रदेश में अब तक 23.15 करोड़ और गाजियाबाद जिले में 28 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। गाजियाबाद में 48.47 लाख लोगों का टीकाकरण हो चुका है। यह अच्छी जागरूकता का ही परिणाम है। इतना ही नहीं सूबे में 15 से 18 वर्ष के 1.13 लाख युवाओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लाभार्थियों, स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को एहतियाती टीका भी लगाया जा रहा है। जनपद गाजियाबाद में अब तक 15. 61 हजार और सूबे में चार लाख से अधिक लोगों को एहतियाती टीका लगाया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री ने सभी को फ्री वैक्सीन उपलब्ध कराई है। जिन लोगों ने किसी कारणवश अब तक वैक्सीन नहीं ली है, वह वैक्सीन जरूर लें। 15 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों कोरोना से सुरक्षा के लिए वैक्सीन जरूर लेनी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना की दूसरी लहर के दौरान आॅक्सीजन का कुछ संकट आया था, हालांकि केंद्र सरकार ने आॅक्सीजन ट्रेन चलाकर और वायुसेना के विमान लगाकर आॅक्सीजन की सप्लाई की थी। आॅक्सीजन में आत्मनिर्भरता के लिए अब पूरे सूबे में 551 आॅक्सीजन प्लांट क्रियाशील किए गए हैं, गाजियाबाद जनपद में कुल 12 प्लांट स्थापित किए गए हैं, इनमें से 11 क्रियाशील है। तीसरी लहर में संक्रमण तो है लेकिन तीन से पांच दिन में लोग इस संक्रमण से उबर भी जा रहे हैं। एक फीसदी से भी कम संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है, लेकिन सावधानी जरूरी है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से रोजाना 50 हजार संक्रमितों का लिया जा रहा हाल
मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना प्रबंधन के लिए जहां हर जिले में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं और उनके जरिए संक्रमितों के हाल पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है, वहीं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से भी रोजाना 50 हजार संक्रमितों को कॉल करके उनका हाल जाना जा रहा है और स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं जैसे कोविड जांच, मेडिसिन किट और अन्य सेवाओं की समीक्षा की जा रही है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा सभी पात्र लाभार्थी टीका लगवाने के साथ ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। यह बचाव का सबसे कारगर तरीका है। सूबे में रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू है। स्कूल अभी 23 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा संक्रमण से सबसे ज्यादा खतरा बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवतियों को है, उन्हें संक्रमण से हर हाल में बचाना है। यह लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं और यदि जाना ही पड़े तो अच्छे से मॉस्क लगाकर ही जाएं। उन्होंने कोरोना प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तारीफ भी की।