–1850 हिन्दू, 1147 मुस्लिम, 3 बौद्ध व तीन सिक्ख नव वर-वधू बंधे विवाह बंधन में
-मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत तीन जनपदों के कार्यक्रम में शरीक हुए हजारों लोग
गाजियाबाद। समाज में सर्वधर्म-समभाव तथा सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचालित है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न समुदाय एवं धर्मों के रीति-रिवाजों के अनुसार वैवाहिक कार्यक्रम सम्पन्न कराया जाता है। योजना का मुख्य उद्देश्य है कि विवाह उत्सव में होने वाले अनावश्यक प्रदर्शन एवं अपव्यय को समाप्त किया जाना एवं गरीब परिवार से जुड़े जोड़ों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना। इसी क्रम में गुरुवार को कमला नेहरू पार्क में गाजियाबाद, हापुड़ एवं बुलंदशहर के 3003 जोड़ों का सामूहिक विवाह समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, केंद्रीय राज्यमंत्री डा. जनरल वीके सिंह एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति में नव-विवाहित वर-वधुओं को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई। गाजियाबाद के 1654 जोड़ें, जनपद हापुड़ के 794 जोड़ें एवं जनपद बुलंदशहर के 555 जोड़ों का सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें 1850 हिंदू समुदाय, 1147 मुस्लिम समुदाय, 3 बौद्ध समुदाय एवं 3 सिक्ख समुदाय के नव-विवाहित वर-वधू की शादी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप संपन्न करायी गई। इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने अपने उद्बोधन में कहा कि गरीब कल्याण के प्रति केंद्र एवं प्रदेश सरकार के सहयोग से सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन गरीब तबके के लोगों के लिए किया जाता है, जिनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं है। उन्होंने कहा कि गांव की बेटी सबकी बेटी होती है वह न किसी जाति विशेष और न किसी मजहब की होती है अपितु वह तो इन सबसे ऊपर होती है, जिसके क्रम में यह भव्य सामूहिक विवाह आयोजन जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह एवं मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि इस संसार में कन्यादान सबसे बड़ा एवं पवित्र दान माना गया है। उन्होंने कहा कि जिसने गरीब की पीड़ा को सही से देखा है वही उनके सुख-दुख में उनके साथ रह पाएगा। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार द्वारा यह बीड़ा उठाया गया और श्रमिकों को शासन की योजनाओं से जोड़ा गया ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद तक सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ श्रमिकों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग द्वारा इतने बड़े स्तर पर 3003 जोड़ों का सामूहिक विवाह इस बात का प्रतीक है कि सरकार जरूरतमंदों के लिए काम कर रही है। केंद्रीय राज्य मंत्री डा. जनरल वीके सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है। सामूहिक विवाह योजना में जो भी खर्चा होता है वह श्रम विभाग द्वारा वहन किया गया है, जिसके अंतर्गत 10000 रुपए विवाहित जोड़ों के पोशाक हेतु व 65000 सीधे विवाहित जोड़ों के खाते में जाते हैं, जिससे कि वह अपनी जरूरत के हिसाब से विवाह के लिए सामान खरीद सकें। मंच संचालन पूनम शर्मा द्वारा किया गया। इस मौके पर बीओसीडब्ल्यू अध्यक्ष डा. रघुराज प्रताप सिंह, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, महापौर आशा शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता बसंत त्यागी, जिला पंचायत अध्यक्ष हापुड़ रेखा नागर, सौरभ जयसवाल, अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक सहित प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।