गाजियाबाद। मोहननगर स्थित आईटीएस परिसर में एमसीए पाठ्यक्रम के 27 वें बैच के ओरिएंटेशन कार्यक्रम अभिविन्यास- 2023 का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रो. एमएम पंत (पूर्व प्रो. वाईस चांसलर इग्नू तथा फाउंडर चेयरमैन प्लेनेट ईडीयू) , विशिष्ठ अतिथि डॉ. अमिताभ राजन ( रिटायर्ड आईएएस तथा चेयरमैन आरबीआई सर्विसेज बोर्ड) तथा अरविन्द ठाकुर (मेंबर बोर्ड आॅफ मैनेजमेंट एनआईआईटी यूनिवर्सिटी), आईटीएस समूह के वाईस चेयरमैन अर्पित चढ़्ढा , मुख्य वक्ता गणेश विश्वनाथन (वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं सीआईओ, एथेंट टैक्नोलॉजीज) आईटीएस मोहननगर के आईटी विभाग के निदेशक डॉ. सुनील कुमार पांडेय, एमसीए विभाग की संयोजिका प्रो. पूजा धर तथा सह संयोजिका प्रो. स्मिता कंसल द्वारा माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्जवलित कर किया गया। आईटीएस समूह के वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा ने अपने स्वागत सम्बोधन में नवप्रवेशी छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि आईटीएस हमेशा शिक्षा की उच्चतम गुणवत्ता प्रदान करने के लिए समर्पित रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अर्थ केवल ज्ञान प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि समय के साथ विचारशीलता, नेतृत्व कौशल, और सामाजिक जवाबदेही की भावना को भी विकसित करने के बारे में है। इसके उपरांत आईटी विभाग के निदेशक डॉ. सुनील कुमार पांडेय ने अपने सम्बोधन में सभी नए छात्रों का स्वागत करते हुए कहा कि आईटीएस छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सर्वदा प्रतिबद्ध रहा है तथा यहां छात्रों को अनुभवी शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा, महत्वपूर्ण अनुसंधान और परियोजनाओं में शामिल होने का और अपने सहयोगियों के साथ काम करने का अवसर मिलेगा। इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम का उद्देश्य है कि छात्रों को हमारी शैक्षिक संस्कृति, कैम्पस सुविधाओं और उनके शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास को समर्थन देने वाले विभिन्न संसाधनों से परिचित किया जाए। अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि प्रो. एमएम पंत ने सूचना प्रौद्योगिकी के विकास पर चर्चा करते हुए गत दशकों में चरणबद्ध रूप में परिवर्तनों एवं नवीन तकनीकों के विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में विश्वविद्यालय पाठ्यक्रमों के साथ साथ सामयिक रूप से प्रयोगी कौशल एवं तकनीकों को समझने एवं निपुणता विकसित करने की अत्यंत आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज वर्चुअल रियलिटी, बिग डाटा, रोबोटिक्स, मोबाइल अनुप्रयोग इत्यादि ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें रोजगार एवं स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं जिनके द्वारा अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकते हैं। आवश्यकता इस बात की है कि उसके लिए पूरे मन से प्रयास किया जाये। उन्होंने छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। अपने सम्बोधन में विशिष्ठ अतिथि डॉ. अमिताभ राजन ने छात्रों को भविष्य में आने वाली चुनौतियों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि छात्र समय का सदुपयोग करके तथा अपनी लगन एवं परिश्रम से किसी भी प्रकार कि चुनोतियों का डटकर सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए आईटीएस द्वारा किये गए प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का सफर एक परिवर्तनात्मक होता है। यह छात्रों को ज्ञान के साथ-साथ विचारशीलता, समस्या समाधान कौशल, और दुनिया के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है। इसके उपरांत विशिष्ठ अतिथि अरविन्द ठाकुर ने अपने सम्बोधन में सभी नए छात्रों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह छात्रों के जीवन का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का सफर एक परिवर्तनात्मक होता है। यह छात्रों को ज्ञान के साथ-साथ विचारशीलता, समस्या समाधान कौशल, और दुनिया के प्रति एक व्यापक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करता है। इसके उपरांत मुख्य वक्ता गणेश विश्वनाथन ने सभी नव प्रवेशी छात्रों को आगामी जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए अच्छी पुस्तकें पढ़नी चाहियें। उन्होंने कहा कि आज के प्रतियोगितापरक वातावरण में छात्रों को लगातार परिश्रम करने कि आवश्यकता है। अपने सम्बोधन में एमसीए कार्यक्रम की संयोजिका प्रो. पूजा धर ने कहा कि आईटीएस अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए सदैव कार्यरत रहता है। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने सभी छात्रों का स्वागत किया तथा उन्हें संस्था द्वारा किये जा रहे प्रयासों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने छात्रों को कहा कि मैं आपको सलाह देती हूँ कि वे यहाँ न केवल अपने शैक्षिक प्रयासों में उत्कृष्टता प्राप्त करके, बल्कि साक्षरता कार्यक्रमों, क्लब्स, और समुदाय सेवा में सक्रिय भाग लेकर अपने समय का सदुपयोग करें। अभिविन्यास में कर्नल (डॉ.) इंदरजीत सिंह ( मुख्य साइबर सिक्योरिटी अफसर, वारा टेक्नोलॉजी प्रा. लि.) तथा प्रो. आशुतोष सिंह (निदेशक आईआईआईटी, भोपाल), आनंद अग्रवाल (हेड आॅफ आईटी एंड सिक्योरिटी एसर लि.), आथर शैरी( सुप्रसिद्ध इंटरनेशनल पब्लिक स्पीकिंग कोर्स), डॉ. ताजीन(डायरेक्टर, आईएआरए रिसर्च सोलूशन्स प्रा. लि.) ने अपने विचार साझा किये । इस कार्यक्रम के चतुर्थ दिन एमसीए पाठ्यक्रम के पुरातन छात्रों के साथ एक संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने नवप्रवेशी छात्रों को सम्बोधित किया तथा उनका मार्गदर्शन किया। इस अवसर पर एमसीए विभाग के संकाय सदस्य तथा छात्र उपस्थित थे।