- आरएचएएम फाउंडेशन एंड रोटरी क्लब ने बांटी टेबलेट्स
गाजियाबाद। साहिबाबाद स्थित कम्पोजिट विद्यालय में मंगलवार को एनीमिया अवेयरनेस कैंप लगाया गया। जिसमें छात्राओं के रक्त की जांच कर उन्हें हीमोग्लोबिन की टेबलेट्स निशुल्क बांटी गई। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं में रक्त की कमी को दूर करने के लिए जनपद में पहली बार एनीमिया अवेयरनेस कैंप की शुरूआत हुई है। अभियान के तहत मंगलवार को साहिबाबाद के कम्पोजिट स्कूल में करीब 150 छात्राओं के रक्त की जांच कर उन्हें हीमोग्लोबिन की टेबलेट्स निशुल्क बांटी गई। मुख्य अतिथि के तौर पर गाजियाबाद के सीएमओ डा. भवतोष शंखधर और एनएचआरएम के नोडल आॅफिसर ने शिरकत की। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर एनीमिया कैंप की शुरूआत करते हुए कहा कि आरएचएएम फाउंडेशन और रोटरी क्लबों की छात्राओं के हित में एक अच्छी पहल है। इससे बेटियां स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होंगी और उनमें खून की कमी को समय रहते दूर किया जा सकेगा। डा. शंखधर ने कहा कि आरचएएम फाउंडेशन और रोटरी क्लब को इस मुहिम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर संभव मदद की जाएगी। इसके साथ ही सीएमओ ने लक्ष्य को 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार करने की अपील की। एनएचआरएम के नोडल आॅफिसर डा. राकेश गुप्ता ने कहा कि बेटियों में एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए पहली बार किसी संस्था ने इस तरह की पहल की है। उन्होंने आरएचएएम फाउंडेशन और उसके सहयोगी क्लबों के बेटियों में खून की कमी को दूर करने के लिए चलाए जाने वाले अभियान की तारीफ की। रोटरी के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रो. ललित खन्ना ने कहा कि आरएचएएम फाउंडेशन और सहयोगी क्लब बेटियों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैँ। बेटियों को सशक्त बनाने और उनके भीतर रक्त जैसी कमी को दूर करने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2023 तक 50 हजार बेटियों के हीमोग्लोबिन टेस्ट कर उनके भीतर खून की कमी को दूर किया जाएगा। रो. मनीषा भार्गव ने कहा कि साहिबाबाद के सरकारी स्कूल से अभियान की शुरूआत हो गई और जल्द ही दूसरे स्कूलों के बच्चों को भी इसका फायदा मिलेगा। वहीं, रो. कुनिका भार्गव ने कहा कि बच्चों में जब तक एनीमिया की कमी दूर नहीं होती है उनको सभी टेबलेट्स निशुल्क मुहैया कराई जाएंगी। एनीमिया की जानकारी देते हुए कहा कि शरीर में खून की कमी होना यह तब होता है, जब शरीर के रक्त में लाल कणों या कोशिकाओं के नष्ट होने की दर, उनके निर्माण की दर से अधिक होती है। इसलिए अभी से जागरूक होकर टेबलेट्स लेंगे तो आगे भविष्य में कोई गंभीर बीमारी की चपेट में आने से बच जाएंगे।
इन क्लबों और अस्पताल ने एनीमिया कैंप में किया सहयोग
रोटरी क्लब आफ गाजियाबाद सेफरोन की अध्यक्ष रो. कुनिका भार्गव, रोटरी क्लब आफ इंदिरापुरम की अध्यक्ष रो. मनीषा भार्गव, रोटरी क्लब आफ गाजियाबाद सेंट्रल के अध्यक्ष रो अशोक शर्मा, रोटरी हेल्थ अवेयरनेस मिशन और आरएचएएम फाउंडेशन के साथ जैन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर वसुंधरा और अरिहंत चैरिटेबल हॉस्पिटल ट्रस्ट सोसायटी ने मुख्य भूमिका निभाई है। इन संस्थाओं का कहना है कि जब तक लक्ष्य पूरा नहीं होता है उनकी तरफ से अभियान को सफल बनाने के लिए दिन-रात कठोर परिश्रम किया जाएगा। बेटियों की सुरक्षा ही राष्ट्र की सुरक्षा है। वहीं, आरएचएएम फाउंडेशन के फाउंडर डॉ धीरज कुमार भार्गव ने कहा कि बेटियों में खून की कमी से कई तरह की गंभीर बीमारियां हो रही हैं। कैंप में उनके रक्त की जांच कर इसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इस अभियान से निश्चित रूप से उन्हें मदद मिलेगी। खून की कमी से पनपने वाली अन्य बीमारियों को रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि किशोरावस्था और रजोनिवृत्ति के बीच की आयु में एनीमिया सबसे अधिक होता है। इसके उपचार के लिए विटामिन ए एवं सी युक्त खाद्य पदार्थ खाएं एवं अंकुरित दालों व अनाजों का नियमित प्रयोग कर सकते हैं। साथ ही सरकार के महिला सशक्तिकरण अभियान के तहत ही आरएचएएम फाउंडेशन और रोटरी क्लब एक साथ मिलकर बच्चों में एनीमिया की कमी को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। इस मौके पर प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर पीके जैन, रो भावना गुप्ता, रो रीना अग्रवाल, रो बीना गोयल, रो दयानंद शर्मा, रो अपूर्व राज, रो पंकज मित्तल, कम्पोजिट विद्यालय की प्रिंसिपल सुदेश देवी, मंजू रावत, रेनू राजपूत, डायलॉजिस्ट डॉ रेहाना, अखिलेश कुमारी, आयुष चंद्र आदि मौजूद रहे।