नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम हो रहे हों लेकिन दिल्ली सरकार कोरोना की तीसरी लहर को लेकर भी चिंतित है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को डिजिटल पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि पिछले महीने आई लहर देश के अंदर कोरोना की दूसरी लहर थी, लेकिन दिल्ली के अंदर यह चौथी लहर थी। यह लहर बेहद खतरनाक रही और इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस बार दिल्ली में शायद ही ऐसा कोई घर था जहां पर कोई व्यक्ति कोरोना से बीमार ना पड़ा हो। दिल्ली के अस्पतालों में नए बनाए गए आॅक्सीजन प्लांट के शुभारंभ पर उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के बीच कई सारे कारपोरेट ने दिल्ली सरकार और दिल्ली वालों की मदद की। अब हमें कोरोना की तीसरी लहर का डर है। ब्रिटेन से संकेत मिल रहे हैं कि वहां पर तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। ब्रिटेन में 45 प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है, लेकिन उसके बावजूद कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है कि हम तीसरी लहर से लड़ने के लिए पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं। दिल्ली में रोजाना मेडिकल आक्सीजन की जरूरत करीब डेढ़ सौ टन है, कोरोना संक्रमण के वक्त यह मांग 700 टन से भी ज्यादा पहुंच गई थी। दिल्ली में बड़ी मात्रा में स्टोरेज टैंक को बढ़ाया जा रहा है, ताकि आक्सीजन की स्टोरेज हो सके। दिल्ली के 9 असपतालों में लगभग 22 आक्सीजन प्लांट शुरू किए जा रहे हैं। अब कुल 27 प्लांट दिल्ली में हो गए हैं। 6 प्लांट केंद्र सरकार ने शुरू कर दिए हैं और 7 जल्द ही जुड़ने वाले हैं।