- कोविड कंट्रोल रूम में देखी व्यवस्थाएं
- प्राईवेट अस्पतालों की मनमानी की शिकायतों को लिया जाएगा तुरंत संज्ञान
- 99104 26374 पर शिकायत को व्हाटसएप भी कर सकते हैं
- आक्सीजन प्लांट के लिए अपनी निधि से दे चुके हैं 50 लाख रुपए
गाजियाबद। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रदेश सरकार कदम उठा रही है। प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग भी व्यवस्था को सुदृढ़ करने और मरीजों की आ रही परेशानियों को दूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। आक्सीजन के लिए अपनी निधि से 50 लाख रुपए देने के अलावा उन्होंने मोहननगर स्थित कृष्णा कॉलेज में आईसोलेशन वार्ड भी बनवाया है। आक्सीजन युक्त इस वार्ड में कोरोना मरीजों को रखा जा रहा है। बुधवार को उन्होंने कलेक्ट्रेट स्थित कोविड कंट्रोल में पहुंचकर स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ न केवल बैठक की बल्कि सभी व्यवस्थाओं की जानकारी ली। कन्ट्रोल रूम में मंत्री अतुल गर्ग ने सीएमओ एनके गुप्ता, एडीएम फाइनेंस यशवर्धन श्रीवास्तव, एसडीएम (ओएसडी कन्ट्रोल रूम), एसीएमओ विश्राम सिंह से कोरोना पॉजिटिव मरीजों से कन्ट्रोल रूम द्वारा सम्पर्क कर की जाने वाली कार्यवाही को भी जाना। उन्होंने जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी ली। मंत्री अतुल गर्ग ने संक्रमित मरीजों से मनमाने रेट वसूले जाने, आक्सीजन व जरूरी दवाओं की किल्लत की शिकायतों को लेकर एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया जिसे कंट्रोल रूम से ही मॉनिटर किया जाएगा। प्राईवेट अस्पतालों में इलाज के नाम पर मनमाने दाम, आॅक्सीजन व रेमडिसिवर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर उन्होंने कहा कि ऐसी कई शिकायतें उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से सुनी हैं लेकिन उनके पास एक भी लिखित शिकायत नहीं आई है जिसके आधार पर कार्यवाही की जा सके। उन्होंने आमजन से अपील की है कि लोग अपनी शिकायतों को लिखित में दें जिसे गोपनीय भी रखा जाएगा ताकि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके जो इस आपदा में भी कालाबाजारी कर रहे हैं। राज्यमंत्री ने इस दौरान 99104 26374 नंबर जारी किया जिस पर लोग अस्पतालों के मनमाने बिल, शव ना देने की शिकायत, एंबुलेंस द्वारा अधिक पैसा लेने और अंतिम संस्कार के नाम पर अवैध वसूली की शिकायत फोन या व्हाट्सएप पर मैसेज करने की अपील की है, ताकि तत्काल संज्ञान लेकर संबंधित के खिलाफ कार्रवाही हो सके। मंत्री अतुल गर्ग ने कहा कि वह खुद कोविड कंट्रोल रूम की मॉनिटरिंग करेंगे और प्रत्येक दिन मरीजों की स्थिति को जानेंगे जहां कोई भी कमी आएगी उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा अस्पतालों द्वारा बेड खाली ना बताए जाने पर उन्होंने कहा कि अब जिले में 24 घंटे में दो बार पोर्टल पर इसकी जानकारी दी जाएगी।