गाजियाबाद। लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ने बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। लाजपतनगर के सत्योदय बुद्ध विहार में आयोजित कार्यक्रम में में कोरोना का मुकाबला धैर्य, त्याग, पीड़ित की हर सम्भव मदद करने का आह्वान भी किया गया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजवादी चिंतक एवं संस्था के संस्थापक अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि भगवान बुद्ध महान मानवतावादी थे। जब तक मानव जाति और यह संसार रहेगा भगवान बुद्ध के विचार प्रासंगिक रहेंगे। भगवान बुद्ध का मानना था कि सत्य, अहिंसा, त्याग, तपस्या से ही मानव के कष्ट दूर होंगे। उन्होंने कहा कि अप्पो दीपो भव: स्वयं प्रकाश आप को ही अपने जीवन में लाना है यह आन्तिरक शुद्ध हृदय से सम्भव है जो हर प्रकार की तृष्णा, लालच के त्याग से निर्मल होगा। उन्होंने सारे दुखों का कारण द्वेश, इर्ष्या, लालच,नफरत को माना। इस पर सद्वाव, भाईचारा, प्रेम और सहयोग से विजय प्राप्त की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि आज देश व समाज में नफरत फैल रही है। अहंकार, दम्भ में मानव जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। असमानता, असहिष्णुता बढ़ती जा रही है। आर्थिक व सामाजिक विषमता चरम सीमा पर है। सामंतवादी और पाखंड फैलानी वाली ताकतें समाज में समरसता का वातावरण बनाने में अवरोध पैदा कर रही हैं, आज हमें भगवान बुद्ध के अष्टांगिक मार्ग पर चल कर ही समता मूलक समाज बनाने का मार्ग मिल सकता है। आज जो भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर एक कदम भी चलना नहीं चाहते वह भगवान बुद्ध की महिमा मंडन करने में लगे हैं, उन ताकतों से हम लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। मेरा मानना है कि दुनिया चाहे कितने ही विध्वसंक शस्त्र का निर्माण कर ले वह अशांत ही रहेगी। उसे भगवान बुद्ध के मार्ग पर चलकर ही शांति मिल सकती है। कोरोना महामारी के कारण असमय दिवंगत भाई, बहनों को स्मरण करते हुए प्रकृति से उन्हें अपने अंक में स्थान देने की प्रार्थना के साथ परिवार को इस दु:ख को सहन करने को सर्वशक्तिमान से प्रदान करने का निवेदन भी किया गया। इस दोरान फल व मास्क वितरित किए गए। इस अवसर पर शिक्षाविद रमेश गौतम, इंजीनियर धीरेन्द यादव, सुरेंदर यादव, इमरती गौतम, प्रेम कुमार, अखिलेश शुक्ला, अमर बहादुर यादव, राजीव गर्ग, केदार सिंह, अंकित राय, सुरेश भारद्वाज, हरी किशन, पप्पू सिंह, धर्मेन्द यादव, संजीव मिश्रा, स्वपन मजमुदार, राज किशोर व राजेश आदि मौजूद रहे।