नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मंगलवार की रात पौने नौ बजे दिए गए अपने संबोधन में जहां देशवासियों को संयम से काम लेने और इस चुनौती का मिलकर सामना करने का आह्वान किया वहीं विपक्ष पीएम के संबोधन पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि रेमडिसिवर इंजेक्शन की कमी क्यों हो गई। जनवरी-फरवरी में 6 करोड़ टीके को निर्यात करने की क्या जरूरत थी। उस वक्त तो सिर्फ 3 से 4 करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन हुआ था। आखिरी भारतीयों को प्राथमिकता क्यों नहीं दी गई। प्रियंका गांधी ने सरकार पर वैक्सीन की कमी के लिए ठोस रणनीति न होने का आरोप लगाया। दुनिया में आॅक्सीजन उत्पादन करने में भारत सबसे ऊपर है फिर भी यहां पर आॅक्सीजन की कमी हो जा रही है। आपके पास 7 से 8 महीने का वक्त था जानकारों ने दूसरी लहर के बारे में सचेत भी किया थाए लेकिन आपने इस पर ध्यान देना उचित नहीं समझा। केंद्र सरकार की उदासीनता की वजह से कोरोना संक्रमण का फैलाव तेजी से हो रहा है। देश इस समय महामारी से जूझ रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम को जो सुझाव दिया है उस पर काम करने की जरूरत है। यह कितना दुखद है कि देश में आॅक्सीजन की उपलब्धता होते हुए भी केवल 2000 ट्रक ही आॅक्सीजन का परिवहन कर सकते हैं। आज जिस जगह आॅक्सीजन की आवश्यकता है वहां पर नहीं पहुंच पा रही है। महामारी पर विपक्ष से बात करने को पीएम मोदी तैयार नहीं है।