लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिनी दिल्ली के दौरे के बाद वापस लखनऊ लौट आए हैं। उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्टÑपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उनकी यह मुलाकात कई मायने रखती है लेकिन अभी इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स में तरह-तरह की खबरें आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश के बंटवारे, मंत्रीमंडल के विस्तार आदि को लेकर भी चर्चाएं जोरों पर हैं। सीएम कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में योगी आदित्यनाथ की मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से शिष्टाचार भेंट के दौरान सीएम योगी ने प्रदेश के विकास तथा जनता के कल्याण के लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रदान किए जा रहे मार्गदर्शन के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की फर्स्ट वेव में प्रधानमंत्री द्वारा बताए गये ट्रेस, टेस्ट एंड ट्रीट के मंत्र को राज्य सरकार ने दूसरी लहर के दौरान भी अपनाए रखा, जिसके बेहतर परिणाम प्राप्त हुए और संक्रमण को नियंत्रित करने में सफलता मिली। कोविड-19 की दूसरी लहर में जब आॅक्सीजन की मांग में अचानक वृद्धि हुई, उस समय रेल मंत्रालय द्वारा आॅक्सीजन एक्सप्रेस रेल के संचालन तथा भारतीय वायु सेना के विमानों द्वारा आॅक्सीजन टैंकर के परिवहन से प्रदेश में आॅक्सीजन की आपूर्ति करने में बड़ी मदद मिली। उन्होंने संकट की उस घड़ी में प्रदेश में आॅक्सीजन की सुचारु उपलब्धता के लिए प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पीएम केयर्स फंड के माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों के लिए आॅक्सीजन प्लांट की स्वीकृति से आॅक्सीजन उपलब्धता की स्थायी व्यवस्था करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 18 वर्ष से अधिक सभी नागरिकों के लिए राज्यों को नि:शुल्क कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराने का अभिनन्दनीय निर्णय लिया। अनेक प्रदेश सरकारों को 18 से 44 वर्ष के युवाओं को वैक्सीन की व्यवस्था का अर्थ वहन करने में दिक्कत हो रही थी। उन्होंने राज्यों की इस समस्या का समाधान किये जाने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा निर्धन कल्याण को समर्पित प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को इस वर्ष माह मई में पुन: प्रारम्भ किया गया। हर गरीब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने इस योजना को दीपावली तक विस्तारित करने का निर्णय लिया, ताकि संकट के समय किसी भी गरीब को भूखा न सोना पड़े। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री की आकांक्षाओं के अनुरूप इस योजना को माह मई में संचालित करते हुए वर्तमान माह में भी क्रियान्वित कर रही है। राज्य के लगभग 15 करोड़ जरूरतमन्दों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत नि:शुल्क खाद्यान्न प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार किसानों के कल्याण व उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने डीएपी खाद के लिए सब्सिडी में 140 प्रतिशत की वृद्धि की। उनकी अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने वर्ष 2021-22 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि किये जाने से किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य प्राप्त होगा और कृषि विविधीकरण को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कालखण्ड के दौरान किसानों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने देश के किसानों के बैंक खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त का अन्तरण किया। ट्रांसफर की गई धनराशि में से प्रदेश के दो करोड़ 61 लाख से अधिक किसानों के खातों में 5 हजार 230 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि अन्तरित की गई। उन्होंने किसान हितैषी इन निर्णयों के लिए प्रधानमंत्री प्रति आभार व्यक्त किया।