गाजियाबाद। जनपद में कोरोना की स्थिति बेकाबू होती जा रही है। कोरोना मरीजों को निजी अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं तो सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं किसी से छिपी नहीं हैं। गुरुवार को गाजियाबाद में कोरोना बम फूट गया। 24 घंटे के भीतर गाजियाबाद में 532 संक्रमित मिले हैं। इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमितों के मिलने से जिले के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। जिले में दिनोंदिन कोरोना संक्रमण की भी दर बढ़ रही है। बात करें 15 दिन की तो इस दौरान 0.69 से सीधे 2.80 फीसद पर पहुंच गई है जबकि रिकवरी रेट घट रहा है। मार्च में रिकवरी रेट 98.51 फीसद था जो अब घटकर 93.77 फीसद पर आ गया है। राजनगर एक्सटेंशन की अजनारा इंटीग्रीटी सोसायटी में 33 केस मिलने के बाद बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन में हड़कंप मच गया। अपार्टमेंट आॅनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज त्यागी ने डीएम और सीएमओ को पत्र भेजकर सोसायटी को सील करने का अनुरोध किया। सूचना के तुरंत बाद प्रशासन हरकत में आया और दोपहर को सोसायटी को सिटी मजिस्ट्रेट विपिन कुमार द्वारा सील कर दिया गया। सोसायटी के दो टावरों में पांच-पांच लोग संक्रमित पाए गए हैं। सोसायटी को कंटेनमेंट जोन बनाते हुए सर्विलांस का कार्य तेज कर दिया गया है। उधर, जिला एमएमजी अस्पताल में संचालित आरटी.पीसीआर लैब के पांच लैब टेक्नीशियन संक्रमित हो गए हैं। इसके चलते जांच का कार्य प्रभावित हो गया है। सभी का होम आईसोलेशन में उपचार किया जा रहा है। लैब को संभाल रहीं विज्ञानी सुरभि एवं निधि का सैंपल भी जांच के लिए लगा दिया गया है। 15 अगस्त से शुरू हुई लैब में अब तक एक लाख 17 हजार लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। जिला महिला अस्पताल की दो चिकित्सक, एक वार्ड ब्याय भी संक्रमित हो गया है।