नई दिल्ली। कोरोना से जंग लड़ने में एक और सफलता हासिल की गई है। कोरोना संक्रमितों के लिए रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन डीआरडीओ ने कोरोना की दवा को आज पेश किया। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दवाई की पहली खेप के रूप में दस हजार डोज को स्वास्थ्य मंत्री डा.हर्षवर्धन के साथ लांच किया। तीन ट्रायल के बाद इस दवा को आपातकाल उपयोग की अनुमति मिल गई। पाउडर के रूप में इस ड्रग को एक सैशे में दिया जाएगा जो पानी में घोलकर लेना होगा। यह संक्रमित कोशिकाओं पर जाकर वायरस की वृद्धि को रोकने में सक्षम है। रक्षा मंत्री ने इस दवाई को उम्मीद की किरण बताते हुए कहा कि अभी हमें निश्चिंत होने की जरूरत नहीं है और न ही थकने और थमने की जरूरत है। कोरोना की लहर दूसरी बार आई है, और आगे भी इस बारे में कुछ निश्चित नहीं है। हमें पूरी सतर्कता के साथ कदम आगे बढ़ाने होंगे। आॅक्सीजन सप्लाई, दवा, आईसीयू बेड व क्रायोजेनिक टैंकरों की व्यवस्था को काफी गंभीरता से लिया गया है। अब तक हम रक्षा क्षेत्र में डीआरडीओ और प्राईवेट पार्टनरशिप की बात करते थे। आज हेल्थ के सेक्टर में भी डीआरडीओ और प्राईवेट सेक्टर की पार्टनरशिप का इतना अच्छा परिणाम देख कर बहुत खुशी हो रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मुझे बताया गया कि इस दवा से सामान्य उपचार की तुलना में ढाई दिन जल्दी मरीज ठीक हुए हैं। साथ ही आॅक्सीजन पर निर्भरता भी करीब 40 फीसद कम हो गई।