लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंत्रीमंडल के विस्तार व फेरबदल को लेकर चल रही अटकलों के बीच सपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बड़ा बयान आया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अपनी नाकामियां छुपाने के लिए भाजपा सरकार मंत्रीमंडल के विस्तार का शगूफा छोड़ रही है। जनता बीमारी और महंगाई से त्रस्त है और भाजपा सरकार इस बात को लेकर ज्यादा फिक्रमंद है कि 2022 के चुनाव को कैसे जीता जाए। उन्होंने कहा कि जनता का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा सरकार कुछ भी हथकंडा अपना सकती है। भाजपा की इस राजनीतिक कसरत से भी उसके पक्ष में कोई परिणाम नहीं मिलने वाला है। उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली से जनता त्रस्त है। भाजपा सरकार की हर मोर्चे पर विफलता से लोगों में भारी आक्रोश है। जनता के बीच गिरती साख से भाजपा और संघ के माथे पर चिंता की रेखाएं स्पष्ट दिखने लगी हैं। ऐसे में लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि कहा कि कोरोना से उपजी त्रासदी की जिम्मेदार भाजपा सरकार है। बीते चार वर्षो के में सूबे के विभिन्न जिलों में समाजवादी सरकार में निर्मित अस्पताल और ट्रामा सेंटर को शुरू करने में मुख्यमंत्री ने कोई रुचि नहीं दिखाई। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जहां भी दौरा किया वह सभी अस्पताल समाजवादी सरकार में बने थे। मुख्यमंत्री कहीं ऐसे अस्पताल का भी दौरा कर लेते जो विगत चार वर्ष में भाजपा सरकार ने बनाया हो। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ हवा-हवाई बयान एवं भ्रामक विज्ञापनों के सहारे अपनी झूठी छवि बनाने में व्यस्त है। समाजवादी पार्टी सबको समयबद्ध वैक्सीन लगाने का सुझाव देती हैं तो भाजपा के मंत्रीगण इधर-उधर की बातें करने लगते हैं। अपनी विफलता पर पर्दा डालने को भाजपा सरकार अपनी सफलता मानती है।