गाजियाबाद। प्रसिद्ध ईएनटी विशेषज्ञ डाक्टर बीपी त्यागी ने कहा है कि हर तरह के फंगल संक्रमण के लिए मेथिलिन ब्लू कारगर दवा है। उन्होंने कहा कि आॅपरेशन कर एमबी मेडिसिन को नाक में लगा रहे हैं जिसके माध्यम से मरीज जल्दी ठीक होकर घर जा रहे हैं। लगातार आॅक्सीजन पर रहने वाले कोरोना मरीजों के साथ एक आम समस्या म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस संक्रमण) है, जिसे आॅक्सीजन मिडिफायर में मेथिलीन ब्लू घोल डालकर रोका जा सकता है। मेथिलीन ब्लू एक ऐसी शक्तिशाली दवा है, जो वायरस व फंगस दोनों लेवल पर कार्य करके मारती है और यह लैब में साबित भी हो चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे आवश्यक दवाओं की सूची में भी शामिल किया है। यह एक बेहद ही सस्ती दवाई है। मानव शरीर की तरह इस काले कवक में भी माइटोकॉन्ड्रिया होता है। माइटोकॉन्ड्रिया को किसी भी कोशिका का पावर हाउस माना जाता है। अब इस मेथिलीन ब्लू में माइटोकॉन्ड्रिया को नष्ट करने का तंत्र है और इसलिए यह कवक के विकास को रोकने में मदद कर सकता है। इसमें कोई शक नहीं कि मेथिलीन ब्लू म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस को नियंत्रित करने में हमारी मदद कर सकता है, जिसे अब कई राज्यों में महामारी घोषित कर दिया गया है। एक डॉक्टर के रूप में मैं यह पक्के तौर पर कह सकता हूं। लेकिन फिर भी डॉक्टरों को यह अध्ययन करने की जरूरत है कि इस मेथिलीन ब्लू का इस्तेमाल किस मात्रा में किया जाना चाहिए। मेरे अनुभवजन्य ज्ञान के आधार पर, कुछ बूँदें व नाक में लगाना चिंता का विषय नहीं होना चाहिए। लेकिन मैं फिर से दोहराता हूं, जल्द से जल्द एक उचित अध्ययन किया जाना चाहिए ताकि इसका उपयोग इस संभावित घातक कवक के प्रसार को रोकने के लिए किया जा सके।