गाजियाबाद। कोरोना की चपेट में पुलिस, प्रशासन, मीडियाकर्मी, स्वास्थ्यकर्मियों के बाद बैंक के कर्मचारी भी आ रहे हैं। गाजियाबाद जिले की बात करें तो बैंकों में मात्र तीस से चालीस प्रतिशत स्टाफ ही काम पर है बाकी संक्रमित व उनके संपर्क में आने वाले हैं। उनका इलाज चल रहा है। बैंक संबंधी कार्यों को अब सप्ताह में चार दिन मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार व शुक्रवार को ही निपटाना होगा। बैंक यूनियन व कर्मचारियों की मांग पर शनिवार के बाद अब सोमवार को भी बैंक शाखाओं को जिलाधिकारी ने बंद रखने का आदेश दिया है। कोरोना संक्रमण से कोई भी विभाग अछूता नहीं है। बैंक शाखाओं की बात करें तो अभी तक दर्जनभर से अधिक कई बैंक शाखाओं के मैनेजर व कर्मचारियों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। संक्रमणकाल में बैंक यूनियन के अलावा कर्मचारियों ने सरकार द्वारा लगाए गए सप्ताह में तीन दिन के लाकडाउन में शाखाओं को बंद रखने की मांग की, जिस पर शनिवार को जिला प्रशासन की ओर से मोहर लगा दी गई। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक एसपी यादव ने बताया कि बैंकों के करीब 70 फीसदी कर्मचारी संक्रमण की चपेट में हैं। बड़ी मुश्किल से फिलहाल सेवाएं बहाल रख पा रहे हैं। बैंककर्मियों के अलावा परिवार के बहुत से लोग संक्रमण की चपेट में आकर काल के गाल में समा चुके हैं। कई लोग गंभीर हालत में भर्ती हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से लागू किए गए तीन दिवसीय लाकडाउन के दौरान जिले की सभी शाखाओं को बंद रखने की मांग की गई थी, जिसे मान लिया गया है। इसलिए बैंकों में मंगलवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार को ही कामकाज होगा।