- दोनों स्थानों पर फिलहाल रोजाना 100.100 लाभार्थी किए जाएंगे प्रतिरक्षित
- नगर निगम के बाद नगर पालिका और नगर पंचायतों की आएगी बारी
गाजियाबाद। शासन के निर्देश और जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सोमवार को वर्कप्लेस सीवीसी (कोविड वैक्सीनेशन कैम्प) के तहत आरटीओ आफिस और नगर निगम में दो टीकाकरण शिविर शुरू किए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनके गुप्ता ने बताया कि आरटीओ आफिस में लगाए गए शिविर में कॉमर्शियल चालकों और नगर निगम में ठेली पटरी दुकानदारों व स्ट्रीट वेंडरों को टीके लगाए जा रहे हैं। दोनों स्थानों पर 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग वाले 50-50 और 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वाले 50-50 लाभार्थियों को कोविड रोधी टीका लगाया जाएगा। इन शिविरों में टीका लगवाने के लिए नगर निगम और आरटीओ की ओर से स्वास्थ्य विभाग को सूची उपलब्ध कराई जाएगी। सोमवार को पहले दिन दोनों शिविरों में लाभार्थियों में उत्साह देखा गया। जनपद वासियों को कोरोना वायरस से सुरक्षित करने के लिए जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में सरकार के वैक्सीनेशन कार्यक्रम को जनपद में संचालित किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम के संयुक्त तत्वावधान में स्ट्रीट वेंडर्स को कोविड रोधी टीकाकरण कार्यक्रम का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से नगर निगम में शिविर आयोजित किया गया है। सीएमओ ने बताया आने वाले दिनों में नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों में इस तरह के शिविर आयोजित किए जाएंगे। सभी वेंडर्स को सुलभता के साथ कोरोना वैक्सीन लगाई जा सकेए इस उद्देश्य से सोमवार को नगर निगम मुख्यालय परिसर में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाण् नीरज अग्रवाल के निर्देशन में वेंडर्स को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। इस मौके पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाण् मिथलेश भी मौजूद रहे।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया दोनों शिविरों में फिलहाल रोजान 100-100 लाभार्थियों को कोविड रोधी टीके लगाए जाएंगे। आने वाले दिनों में लाभार्थियों की संख्या को देखते हुए टीकाकरण का लक्ष्य बढ़ाया भी जा सकता है। नगर निगम के खोड़ा-मकनपुर नगर पालिका, लोनी नगर पालिका, मुरादनगर नगर पालिका और मोदी नगर नगर पालिका परिसर में भी इस तरह के शिविर आयोजित करने की योजना है। नगर पालिका के बाद जनपद की नगर पंचायतों में भी ठेली पटरी दुकानदारों और स्ट्रीट वेंडर्स के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे। वर्कप्लेस टीकाकरण शिविरों में पहले से पंजीकरण या स्लॉट बुकिंग की जरूरत नहीं होती बल्कि संबंधित विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई सूची के हिसाब से पंजीकरण कर टीकाकरण किया जाता है।