फिजी में कोरोना महामारी से बाहर निकलने के लिए देश के सामने एक प्लान रखा है। इस प्लान को देश के प्रधानमंत्री फ्रेंक बेनीमरामा ने खुद रखा है। उन्होंने साफ कर दिया है कि यदि देश का कोई नागरिक कोरोना वैक्सीन नहीं लेता है तो उसको नौकरी भी नहीं मिलेगी। फ्रेंक ने ये योजना केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए ही नहीं रखी है बल्कि इसके दायरे में निजी कर्मचारी भी हैं। सरकार की तरफ से कहा गया है कि निजी क्षेत्र में काम करने वालों को 1 अगस्त तक वैक्सीन की पहली खुराक लेनी होगी। यदि वो इसमें विफल रहता है और कंपनी को बंद करने की धमकी देता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।
अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि नो वैक्सीन, नो जॉब। इसके साथ ही फिजी के पीएम ने ये भी देश के सभी 930000 सरकारी कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया है। उन्होंने कहा है कि सभी छुट्टी पर जाएं और वैक्सीन लगवाएं। यदि 15 अगस्त तक किसी ने वैक्सीन की पहली खुराक नहीं ली तो उसको नौकरी से निकाल दिया जाएगा। इसके साथ ही सभी कर्मचारियों को 1 नवंबर तक वैक्सीन की दूसरी डोज लेनी भी अनिवार्य होगी।
पीएम फ्रेंक ने देश के सभी काम करने वालों को इसके प्रति सचेत किया है। उन्होंने कहा कि हर काम करने वाले व्यक्ति के लिए अब कोरोना की वैक्सीन लेना बेहद जरूरी है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि देश में डेल्टा वैरिएंट दस्तक दे चुका है और इसके मामलों से पहले ही दुनिया डरी हुई है।
उन्होंने देश को दिए अपने संबोधन में कहा कि विज्ञान हमें कहती है कि पहले सुरक्षित रहो। अब सरकार ने भी इस नीति को अपनाया है और इसको कानून के तौर पर लागू किया है। एक संदेश में उन्होंने ये भी कहा है कि वो अपनी पत्नी के साथ वैक्सीन की खुराक ले चुके हैं क्योंकि उन्हें अपने परिवार की चिंता है।