गाजियाबाद। जिले में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों को तत्काल प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे ने आॅनलाइन बैठक करते हुए प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागीय अधिकारियों को कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए कार्य योजना बनाकर उसे अंतिम रूप प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप बेड स्थापित करने एवं बेड की संख्या बढ़ाने, साफ-सफाई, रंगाई-पुताई, दवाइयों की उपलब्धता, चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्थाएं कार्य योजना बनाकर प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सुनिश्चित करें।जिले के चिन्हित सभी 145 उप स्वास्थ्य केंद्रों पर अभियान चलाकर 15 दिनों के भीतर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के फैलाव को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों को चिन्हित करते हुए उन्हें मेडिकल किट एवं प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज उपलब्ध हो सके। उन्होंने सभी 145 उप स्वास्थ्य केंद्रों को प्राथमिक कोविड केयर सेंटर के रूप में तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए। इस कार्य में निगरानी समितियों को तत्काल एक्टिव करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षण युक्त व्यक्तियों की पहचान करने के उद्देश्य से युद्ध स्तर पर अभियान संचालित करने को उन्होंने कहा। संक्रमित व्यक्ति संज्ञान में आए तत्काल प्रभाव से वहां पर एंटीजन टेस्ट के शिविर आयोजित करते हुए निगरानी समितियों के माध्यम से उन्हें मेडिकल किट एवं प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव कराने की कार्यवाही प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कोरोना के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से कोरोना टेस्टिंग को बढ़ाकर 12 हजार प्रतिदिन करने के निर्देश भी दिए हैं। जिला अधिकारी ने निगरानी समितियों को सहयोग करने के उद्देश्य से सभी राशन विक्रेताओं एवं बीएलओ को भी एक्टिव करने के संबंध में प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। जिला अधिकारी ने बैठक में यह भी कहा कि कोरोना मुक्त ग्राम पंचायतें, शहरी क्षेत्रों में कोरोना मुक्त वार्ड चिन्हित करते हुए वहां पर निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुरूप ऐसी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं कि ऐसे सभी क्षेत्र कोरोना मुक्त बने रहें। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों में प्राथमिक कोविड-19 सेंटर की स्थापना के संबंध में समीक्षा करते हुए पाया कि वर्तमान तक 122 इकाइयों में यह व्यवस्था प्रारंभ कर दी गई है। जिलाधिकारी ने बैठक में यह भी कहा कि कोरोना को लेकर सभी अधिकारियों के द्वारा जो मेडिकल किट वितरण की जा रही हैं, टेस्टिंग के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं, सैनिटाइजेशन एवं फागिंग की जा रही है तथा अन्य जो व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं उनके संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा जनप्रतिनिधियों को सूची उपलब्ध कराई जाए। जिलाधिकारी ने कोरोना के संक्रमण को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों को प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज संभव कराने के उद्देश्य से इंटीग्रेटेड कोविड-19 सेंटर को और अधिक सर्वग्राही बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने नगर क्षेत्र में नगर निगम, नगर पालिका में अधिशासी अधिकारी तथा ग्राम पंचायतों में जिला पंचायत राज अधिकारी विशेष अभियान स्वच्छता के लिए संचालित करते हुए वहां पर सैनिटाइजेशन फागिंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं ताकि संक्रमण को फैलने से शीघ्रता के साथ रोका जा सके। जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करुणेश, नगर आयुक्त महेंद तंवर, मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल, समस्त अपर जिला अधिकारी, उप जिला अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनके गुप्ता तथा अन्य जिला स्तरीय अधिकारियों के द्वारा आॅनलाइन बैठक में भाग लिया गया।