- जिलाधिकारी ने पंचायत घर इंद्रगढ़ी से किया आईएमआई-5.0 का शुभारंभ
- जानलेवा बीमारियों से बचाव का सबसे कारगर उपाय है टीकाकरण : सीएमओ
गाजियाबाद। पंचायत घर, इंद्रगढ़ी से सोमवार को सघन मिशन इंद्रधनुष – पांच (आईएमआई-5.0) का आगाज हुआ। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने नियमित टीकाकरण (आरआई) के इस विशेष अभियान का फीता काटकर और एक बच्चे को पोलियो ड्रॉप पिलाकर शुभारंभ किया। आईएमआई -5.0 में तीन चरणों के दौरान उन बच्चों और गर्भवती का टीकाकरण किया जाएगा जो किसी कारणवश नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए। जिलाधिकारी श्री सिंह ने बताया – जनपद में टीकाकरण से वंचित करीब 27 हजार बच्चे और पांच हजार से अधिक गर्भवती चिन्हित की गई हैं। इन सभी को इस विशेष अभियान में अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराना है। इस मौके पर जिलाधिकारी श्री सिंह ने जनपद के सभी ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सदस्यों, जिला पंचायत सदस्यों, सभासदों और पार्षदों का आह्वान किया कि निगरानी समिति के माध्यम से टीकाकरण से वंचित बच्चों के टीकाकरण के लिए माता-पिता को प्रेरित करें। उन्होंने कोविड टीकाकरण के दौरान निगरानी समितियों के सराहनीय योगदान को एक बार दोहराने की आवश्यकता है। टीकाकरण से छूटे बच्चों के परिवारों से मिलकर स्वास्थ्य विभाग और यूनिसेफ की ओर से टीकाकरण के प्रति संवेदीकरण किया जा रहा है, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और धर्म गुरुओं से अपील है कि वह भी इस कार्य में अपना अमूल्य सहयोग प्रदान करें। इस मौके पर जिलाधिकारी ने ई- कवच के काम करने का तरीका भी समझा। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) नेहा गोस्वामी ने मोबाइल पर ई- कवच पोर्टल पर टीकाकरण की जानकारी अपलोड करके दिखाई। इससे पहले कार्यक्रम में पहुंचने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) भवतोष शंखधर ने बुके देकर जिलाधिकारी का स्वागत किया। सीएमओ ने इस मौके पर कहा – बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण एक सुरक्षित, भरोसेमंद और कारगर उपाय है। शून्य से पांच वर्ष तक के उन सभी बच्चों और गर्भवती का इस अभियान के दौरान टीकाकरण किया जाएगा जो नियमित टीकाकरण से वंचित हैं। सोमवार को शुरू हुआ आईएमआई-5.0 का पहला चरण 12 अगस्त को संपन्न होगा। दूसरा चरण सितंबर और तीसरा चरण अक्टूबर माह में संचालित संचालित होगा। डीआईओ डा. नीरज अग्रवाल ने बताया- ड्यू लिस्ट के हिसाब से चिन्हित स्थानों पर सत्र आयोजित कर टीकाकरण किया जाएगा, अपने घर के नजदीक टीकाकरण सत्र की जानकारी के लिए आशा या सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) से संपर्क करें। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डा. नीरज कुमार अग्रवाल, डब्ल्यूएचओ से सीनियर मेडिकल आॅफिसर डा. अभिषेक कुलश्रेष्ठ, डासना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. भारत भूषण, वीडीओ अमित कुमार पांडेय और ग्राम प्रधान इंद्रगढ़ी रीना रानी के प्रतिनिधि के तौर पर उनके पति सतीश कुमार के अलावा यूनिसेफ से डीएमसी मोहम्मद शादाब, बीएमसी शहजाद अली, यूएनडीपी से अल्लाहबख्श मौजूद रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) भवतोष शंखधर ने बताया जिले में अभियान के पहले दिन 244 सत्र आयोजित किए गए। इनमें से 53 सत्र चिकित्सा इकाईयों पर हुए। इंद्रगढ़ी में आयोजित कार्यक्रम के बाद सीएमओ ने अर्थला गाँव में सत्र का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि नियमित टीकाकरण से वंचित कोई भी बच्चा इस अभियान के बाद बिना टीकाकरण के न रहे।