- खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर आठ महिलाओं ने कराई नसबंदी
- 24 महिलाओं को परिवार नियोजन का बेहतर साधन लगा आईयूसीडी
हापुड़। परिवार नियोजन के साधनों की स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए आयोजित किए जाने वाले खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर गर्भनिरोधक के रूप में सबसे ज्यादा 33 महिलाओं ने अंतरा अपनाया। अंतरा तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन है। जनपद में दूसरे नंबर पर परिवार नियोजन के साधन के रूप में 24 महिलाओं ने आईयूसीडी (इंट्रा यूटेराइन कांट्रासेप्टिव डिवाइस) लगवाई। पीपीआईयूसीडी (पोस्ट पार्टम इंट्रा यूटराइन कांट्रासेप्टिव डिवाइस) अपनाने वाली महिलाओं की संख्या कुल 14 रही। इसके अलावा अपना परिवार पूरी कर चुकी आठ महिलाओं ने स्वेच्छा से नसबंदी का विकल्प चुना। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. रेखा शर्मा ने बताया हर माह की 21 तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों में से उनके मन माफिक किसी एक को चुनने का विकल्प दिया जाता है।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. प्रवीण शर्मा ने बताया – बृहस्पतिवार को आयोजित खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर जनपद में कुल आठ महिलाओं ने स्वेच्छा से परिवार नियोजन का स्थाई साधन अपनाते हुए नसबंदी कराई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धौलाना पर पांच और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तीन महिलाओं की नसबंदी हुई। यूपीएचसी भीमनगर में एक, पीपीसी पिलखुवा में एक, सीएचसी हापुड़ में छह, सीएचसी सिंभावली में तीन, सीएचसी धौलाना में एक, सीएचसी गढ़मुक्तेश्वर में छह और सीएचसी पिलखुवा में छह महिलाओं ने परिवार नियोजन के अस्थाई साधन के रूप में आईयूसीडी लगवाई। इसके अलावा सीएचसी हापुड़ में चार, सीएचसी सिंभावली में दो, सीएचसी धौलाना में चार, सीएचसी गढ़मुक्तेश्वर में तीन और सीएचसी सपनावत में एक महिला ने पीपीआईयूसी अपनाई।
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ बृजभान यादव ने बताया खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर जनपद में कुल 97 छाया और 123 माला-एन गर्भनिरोधक गोलियों का वितरण किया गया। इस मौके पर कुल 31 ईसीपी और 1152 कंडोम भी वितरित किए गए। उन्होंने बताया खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचे लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधनों के बारे में विस्तार से बताया गया।
पहली प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन सोमवार को
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. प्रवीण शर्मा ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को विस्तार दिया गया है। हर माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के साथ ही अब हर माह की 24 तारीख को एफआरयू स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों यानि हापुड़, गढ़ और धौलाना सीएचसी पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का भी आयोजन किया जाएगा। 24 अप्रैल को रविवार होने के चलते इस बार 25 अप्रैल (सोमवार) को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन किया जाएगा। जहां एमबीबीएस चिकित्सक के परामर्श के साथ ही गर्भवतियों को निशुल्क ब्लड टेस्ट, ब्लड प्रेशर, यूरीन टेस्ट, हीमोग्लोबिन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।