देहरादून। उत्तराखंड में दो अगस्त से कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुलने जा रहे हैं, लेकिन कोविड की तीसरी लहर का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। इसे देखते हुए अधिकतर अभिभावक फिलहाल बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं हैं।
प्रदेश में कोविड की वजह से मार्च 2020 में स्कूलों को बंद किया गया था। इसके बाद बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए नवंबर वर्ष 2020 में 10 वीं एवं 12 वीं के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खुले, लेकिन कोविड के मामले बढ़ने की वजह से अप्रैल 2021 से स्कूलों को फिर से बंद कर दिया गया। यहां तक कि 10 वीं एवं 12 वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गईं। वहीं अभिभावकों ने कहा कि अभी बच्चों को स्कूल भेजना सुरक्षित नहीं है। बिना वैक्सीनेशन के बच्चों को स्कूल भेजना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करने जैसा होगा। ऐसे में पहले सरकार को बच्चों के लिए टीके की व्यवस्था करनी होगी। तब तक के लिए आॅनलाइन शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने पर सरकार को ध्यान देना होगा। जिससे बच्चों को सुरक्षित माहौल प्रदान कर शिक्षा से जोड़ा जा सकता है।