गर्भकाल में 90 दिन अवश्य खाएं आयरन और फोलिक एसिड की गोली : डा. संगीता गोयल
– यूपी में 22.3 और गाजियाबाद जनपद में 47.8 प्रतिशत गर्भवती 100 दिन तक लेती हैं सप्लीमेंट
– 2015-16 में यह आंकड़ा जनपद में मात्र 17.6 प्रतिशत और सूबे में 12.9 प्रतिशत ही था
गाजियाबाद। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मातृ-शिशु स्वास्थ्य के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों का असर होता है दिख रहा है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) का ही असर है कि गर्भकाल में पोषण पर ध्यान देने की प्रवृति बढ़ी है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 (एनएफएचएस-5) के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं। जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. संगीता गोयल बताती हैं कि गर्भकाल के दौरान कम से कम 90 दिनों तक आयरन और फोलिक एसिड की गोली हर हाल में खाएं। यह मां और शिशु दोनों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। डा. गोयल ने बताया मातृ एवं शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ही सरकार ने मई माह में “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” चलाने का निर्णय लिया है।2020-21 में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 22.3 प्रतिशत गर्भवती 100 दिन तक आयरन और फोलिक एसिड की गोलियां खाती हैं। इस स्थिति को अच्छा नहीं कहा जा सकता, लेकिन 2015-16 के एनएफएचएस-4 के आंकड़ों से यदि तुलना की जाए तो इसमें सुधार तो हुआ है लेकिन यह अब भी पर्याप्त नहीं है। उस समय प्रदेश में मात्र 12.9 प्रतिशत गर्भवती ही इतना आयरन और फोलिक एसिड लेती थीं। एनएफएचएस-4 के मुताबिक उस समय जनपद गाजियाबाद में केवल 17.6 प्रतिशत महिलाएं ही इस लिहाज से अपना ध्यान रख पाती थीं जबकि एनएफएचएस-5 बताता है कि जनपद में गर्भकाल के दौरान 100 दिन तक आयरन और फोलिक एसिड की गोलियां खाने वाली महिलाएं 47.8 प्रतिशत पर पहुंच गई हैं।
एसीएमओ (आरसीएच) डा. विश्राम सिंह ने बताया एक से 31 मई तक चलने वाले “एक कदम सुरक्षित मातृत्व की ओर” अभियान के दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से सभी गर्भवती और धात्री महिलाओं को आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड और एलवेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में, प्रधाममंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर नौ तारीख को, खुशहाल परिवार दिवस के मौके पर 21 तारीख को और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक के मौके पर 24 तारीख को गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए जरूरी पोषक तत्वों को लेकर जानकारी दी जाएगी और समाज में प्रचलित मिथकों पर वार किया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत रविवार (एक मई) को मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों से होगी।