- मोदीनगर विधायक व भोजपुर ब्लॉक प्रमुख ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
- पोषण संदेश घर-घर पहुंचाने को निकाली गई रैली भोजपुर ब्लॉक से निकाली गई रैली
गाजियाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन सुपोषण को साकार करने और पोषण अभियान के प्रभावशाली क्रियान्यवयन के लिए इसे जनांदोलन बनाना आवश्यक है। सामुदायिक भागीदारी से ही पोषण अभियान सही मायने में सफल हो सकेगा। सभी गर्भवती और धात्री माताएं पोषण के महत्व को समझें। खुद सुपोषित हों और अपने बच्चों को भी सुपोषित करें। यह बातें सोमवार को भोजपुर ब्लॉक से पोषण रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते समय मोदीनगर विधायक डा. मंजू शिवाच ने कहीं। उन्होंने कहा कि मैं पेशे से डाक्टर होने के नाते यह बात कह सकती हूं कि मां यदि सुपोषित होगी तो उसका बच्चा कभी कुपोषित नहीं हो सकता। इसलिए बच्चे की सेहत के लिए पहले एक हजार दिन महत्वपूर्ण माने जाते हैं, इन एक हजार दिनों में गर्भकाल के नौ माह भी शामिल हैं।
भोजपुर बाल विकास परियोजना की ओर से आयोजित पोषण रैली को विधायक डा. मंजू शिवाच और भोजपुर ब्लॉक प्रमुख सुचेता सिंह ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सुचेता सिंह ने इस मौके पर रैली में शामिल आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं और सहायिकाओं को संबोधित करते हुए कहा – सुपोषित बचपन के लिए आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है। गृह भ्रमण के दौरान घर के जिम्मेदार लोगों को पोषण के बारे में विस्तार से समझाएं। खासकर किशोरी और गर्भवती के लिए जरूरी पोषण के बारे में बताएं। सुपोषित किशोरी ही आगे चलकर सुपोषित मां बनेगी और सुपोषित मां ही एक सुपोषित बच्चे को जन्म देगी। भोजपुर बाल विकास परियोजना अधिकारी सुमन शर्मा ने बताया शासन के आदेशों के अनुपालन में सितंबर माह 2022 को “राष्ट्रीय पोषण” माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण अभियान एक बहु मंत्रालयी कन्वर्जंन्स मिशन है, जो कि प्रधानमंत्री के मिशन सुपोषण भारत (कुपोषण मुक्त भारत) पर आधारित है। पोषण अभियान के प्रभावशाली क्रियान्वयन हेतु सामुदायिक जागरूकता के लिए बाल विकास परियोजना भोजपुर में पोषण रैली का आयोजन किया गया है। इस मौके पर भोजपुर विकास खंड अधिकारी सुधीर कुमार, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. नीरज कुमार और सुपरवाइजर आरती राठी, सुनीता सैनी, बृजेश रानी और समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका उपस्थित रहीं।