- छह माह के लक्ष्य 42,422 के सापेक्ष 42,520 प्रसव हुए
- सबसे ज्यादा 2753 प्रसव जिला महिला चिकित्सालय में हुए
गाजियाबाद। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रम कारगर साबित हो रहे हैं। उसी का परिणाम है कि जिले में संस्थागत प्रसवों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि शासन से इस वर्ष 84,844 संस्थागत प्रसव कराने का लक्ष्य जिले को मिला है। छह माह में जिले में 42,520 संस्थागत प्रसव दर्ज किए गए हैं, जबकि इस अवधि के लिए लक्ष्य 42,422 था। उन्होंने बताया – जनपद में अप्रैल से सितंबर माह की अवधि के दौरान सबसे अधिक 2753 प्रसव जिला महिला चिकित्सालय में हुए।
सीएमओ डा. भवतोष ने बताया कि विभाग का पूरा प्रयास है कि एक भी प्रसव प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी की देखरेख के बिना न हो। इसीलिए नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य ?केंद्रों (यूपीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्रों, उप-केंद्रों पर भी सामान्य प्रसव कराए जाने की व्यवस्था की गई है। इससे आमजन को अपने घर के नजदीक सुविधा मिल सकेगी और शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराए जा सकेंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव के लिए पहुंचने वाली गर्भवती को यदि किसी प्रकार की तकलीफ होगी तो एंबुलेंस-102 के जरिए तत्काल उच्च स्वास्थ्य केन्द्र भेजे जाने की व्यवस्था भी की गई है।
अपर शोध अधिकारी डा. पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि छह माह के दौरान लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 2210, डासना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 1189, मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 597, मोदीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 315 भोजपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 426, संयुक्त जिला चिकित्सालय- संजयनगर में 339 और नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कुल 103 प्रसव हुए, जबकि बाकी प्रसव निजी चिकित्सालयों में हुए।
वेद विहार यूपीएचसी पर हुए सबसे अधिक 53 प्रसव
इसी वर्ष मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर के प्रयासों से 11 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (यूपीएचसी) पर प्रसव सुविधा शुरू की गई है। छह माह में सबसे अधिक प्रसव वेद विहार यूपीएचसी पर हुए। मुस्तफाबाद यूपीएचसी दूसरे नंबर पर रही, यहां 15 सामान्य प्रसव हुए। इसके अलावा महाराजपुर यूपीएचसी पर 10, लालबाग यूपीएचसी पर दो, खोड़ा गांव यूपीएचसी पर 11, अर्थला यूपीएचसी पर तीन, करहेड़ा यूपीएचसी पर एक, बृजविहार यूपीएचसी पर एक, कनावनी यूपीएचसी पर छह और पंचवटी यूपीएचसी पर एक प्रसव हुआ।