- 21 जून को 7वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रमों का होगा व्यापक प्रचार-प्रसार
- घर पर रहकर ही परिवार के साथ योग की संकल्पना के साथ सम्पन्न होंगे कार्यक्रम
- योग वीडियो, कला व योग क्विज प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 जून को 7वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार कराए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के दौरान कोविड प्रोटोकॉल व सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन किया जाए। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस का कार्यक्रम घर पर रहकर ही, परिवार के साथ योग की संकल्पना के साथ सम्पन्न किए जाएं। मुख्यमंत्री यहां अपने सरकारी आवास पर 7वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने योग के प्रति प्रदेशवासियों में जागरूकता एवं स्वास्थ्य के मददेनजर होने वाले लाभों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस हेतु अधिक से अधिक जनसहभागिता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रस्तावित प्रतियोगिताओं का आयोजन तथा विजेताओं का चयन पूरी तरह मानकों के अनुसार किया जाए। समीक्षा बैठक के दौरान आयुष विभाग द्वारा एक प्रस्तुतीकरण दिया गया, जिसमें अवगत कराया गया कि 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रात: 6:30 बजे से दूरदर्शन पर अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का प्रसारण होगा। इस दौरान प्रात: 6:40 बजे से 7:00 बजे तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सम्बोधन तथा इसके बाद प्रात: 7:00 बजे से 7:45 बजे तक सामान्य योग प्रोटोकॉल का प्रसारण होगा। प्रात: 7:45 बजे से राज्य स्तरीय कार्यक्रमों तथा सायं 6:30 बजे से 7:30 बजे तक योग विशेषज्ञों के सम्मेलन का प्रसारण किया जाएगा। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि कॉमन योग प्रोटोकॉल के अनुसार मुख्यमंत्री का एक वीडियो (सूचना विभाग द्वारा) तैयार कराकर, उसका सजीव प्रसारण राज्य के आधिकारिक फेसबुक, ट्विटर एवं उ.प्र. आयुष विभाग के आधिकारिक फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब पर अपलोड किया जाएगा तथा इसका प्रसारण आयुष कवच एप पर भी कराया जाएगा। योग दिवस चैलेंज के तहत योग वीडियो प्रतियोगिता, योग कला प्रतियोगिता तथा योग क्विज प्रतियोगिता का आयोजन होगा। प्रतियोगिताओं के सम्बन्ध में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक तथा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाएगा। प्रतियोगिता के तहत महिला, पुरुष तथा योग पेशेवर की 3 पुरस्कार श्रेणियां होंगी। प्रत्येक श्रेणी में 5 वर्ष से 18 वर्ष के बच्चे, 18 वर्ष से 40 वर्ष के युवा, 40 वर्ष से 60 वर्ष के व्यस्क तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक सम्मिलित हो सकेंगे। प्रतियोगिता के तहत राज्य स्तर पर हर श्रेणी के प्रत्येक वर्ग में कम से कम 500 तथा जनपद स्तर पर 50 प्रतिभागियों द्वारा पंजीकरण कराया जाना आवश्यक है। योग कला प्रतियोगिता के तहत योग तथा भारतीय सांस्कृतिक विरासत पर एक पेंटिंग, पोस्टर या स्केच बनाकर आॅनलाइन जमा करना होगा। सर्वश्रेष्ठ रचनात्मक कला को नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा तथा चयनित कला कृति को सार्वजनिक पोर्टल पर प्रकाशित किया जाएगा। योग क्विज प्रतियोगिता आॅनलाइन आयोजित की जाएगी। प्रतिभागियों को 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने के लिए 30 मिनट का समय दिया जाएगा। सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को प्रशस्ति-पत्र एवं नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता योग, पर्यावरण एवं वर्तमान परिवेश में रोगों के उपचार में घरेलू औषधियों के उपयोग पर आधारित होगी। इस अवसर पर आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्म सिंह सैनी, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव आयुष प्रशान्त त्रिवेदी, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण आदि मौजूद रहे।